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भोपाल. देश में बढ़ते कोरोना वायरस (corona virus) के खतरे को देखते हुए कई राज्य के स्कूल-कॉलेज (school-college) व शैक्षणिक संस्थानों (educational institutions) को बंद कर दिया गया है। लेकिन कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए भी मध्य प्रदेश सरकार (government of Madhya Pradesh) पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को बंद नहीं करने जा रही है। शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने 10 जनवरी को समीक्षा बैठक (review meeting) में कहा है कि प्रदेश में फिलहाल पाबंदियां नहीं बढ़ाई जाएंगी। वहीं, राज्य शिक्षा विभाग (education department) की बैठक में ऑनलाइन क्लासेस (online classes) शुरू करने को लेकर चर्चाएं हुई थी। मुख्यमंत्री की बैठक में बच्चों के स्कूल बंद होंगे या नहीं, इसका फैसला भी दो-तीन दिन के लिए टाल दिया गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (school education minister Inder Singh Parmar) ने स्कूल बंद कराए जाने की मंशा प्रकट की थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा- इसके लिए अभी दो-तीन दिन इंतजार करना चाहिए।
बैठक में CM ये बोले : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने और इस पर नियंत्रयण के लिए किए जा रहे टीकाकरण के लिए समीक्षा बैठक ली। कोरोना को देखते हुए स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने शिवराज सिंह के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में उन्होंने 1 से 8वीं तक के स्कूल बंद करने को लेकर आज मुख्यमंत्री से चर्चा की। इस बैठक में मंत्री, सभी कलेक्टर, SP, कमिश्नर, IG और प्रभारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सीएम ने कहा कि केस बढ़ रहे हैं जरूरत हुई तो कड़े कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अनावश्यक कड़े प्रतिबंध से बचा जाना चाहिये, केस बढ़ रहे हैं पर हालात अभी इतने चिंताजनक नहीं हैं।
कोरोना संकट और बच्चों की सेहत : 15 साल से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण नहीं हो रहा है, ऐसे ज्यादातर बच्चे 8वीं से नीचे की कक्षाओं में पढ़ते हैं। ऐसे में जरूरी है कि इन बच्चों को सुरक्षित रखा जाए, कई प्राइवेट स्कूलों में स्टूडेंट्स का रिजल्ट निकालने की प्रोसेस शुरू कर दी गई है। पेरेंट्स कह रहे हैं कि कोरोना काल में ऑफलाइन एग्जाम बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। बता दें कि MP में पिछले 24 घंटों में 1500 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं।