Khargone. मध्यप्रदेश के खरगोन में भले ही कर्फ्यू लगा हो, लेकिन उसके बावजूद दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे। वैसे तो सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए कई लोगों ने शादियां टाल दी हैं। लेकिन इसी बीच एक और खबर ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। जहां सातवें दिन चार घंटे की छूट मिलने पर एक अमन कर्मा नाम का दूल्हा पैदल ही अपनी दुल्हनियां को लेने निकल पड़ा। जिसके बाद दंगा प्रभावित एरिया तालाब चौक में रहने वाले अमन कर्मा और कसरावद की श्वेता की शादी रविवार सुबह हो गई। दूल्हा अमन अपने परिवार के साथ शहर से बाहर निकलने के लिए 2 से 3 किलोमीटर तक पैदल ही चला। जहां से वो कसरावद तहसील से 35 किलोमीटर दूर दुल्हन श्वेता को लेने के लिए निकला।
जहां हुआ था दंगा वहीं से निकली बारात
दंगा प्रभावित क्षेत्र तालाब चौक में रहने वाले अमन कर्मा की शादी की तैयारियां पिछले कई महीनों से चल रही थीं। हालात बिगड़ने के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। बारात कैसे निकालेंगे, इसकी चिंता परिवार को सता रही थी। रविवार को अमन की बारात करीब 30 किमी दूर कसरावद तक जानी थी। रविवार सुबह कर्फ्यू में चार घंटे की ढील मिलते ही उन्होंने उसका फायदा उठाया और घर के लोगों के साथ ही पैदल वे शहर से बाहर तक बारात ले गए, इसके बाद वहां वाहनों की व्यवस्था की गई और सभी कसरावद के लिए रवाना हो गए।
खुशी इस बात की नहीं टालनी पड़ी शादी
हर मां-बाप की ख्वाहिश होती है कि उसकी बेटी या बेटे की शादी धूमधाम से हो। कर्फ्यू के कारण ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन खुशी है कि तय समय पर शादी हो गई। ये कहना था दूल्हे के परिजनों का। उन्होंने बताया कि वे 4 महीने से शादी की तैयारियां कर रहे थे। वहीं दूल्हे अमन ने बताया कि प्रशासन की तरफ से मिली ढील से काफी राहत मिली। लेकिन, दूल्हे अमन को थोड़ा मलाल है कि खरगोन में कर्फ्यू लगने से शादी जैसी होनी थी वैसी नहीं हुई। लेकिन आज की छूट ने शादी आगे नहीं बढ़ने दी ये राहत की बात हैं। उन्हें धूमधाम की बजाए साधारण विवाह ही करना पड़ा।
रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद से लगा कर्फ्यू
रामनवमी पर निकले जुलूस पर पथराव के बाद से ही खरगोन में कर्फ्यू लगाया गया है। हालातों को देखते हुए रोज थोड़ी-थोड़ी ढील दी जा रही है। रविवार को सुबह 8 से 12 बजे तक ढील दी गई थी। खरगोन शहर में 10 अप्रैल को कर्फ्यू लगाया गया था। 14 अप्रैल को पहली बार सिर्फ महिलाओं को सुबह 10 से दोपहर 12 और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक बिना वाहन के छूट दी गई थी। इसके अगले दिन 15 अप्रैल को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक महिला और पुरुष दोनों को बिना वाहन के घरों से निकलने की छूट मिली थी। शनिवार को तीसरे दिन 2-2 घंटे की फिर छूट रही। रविवार को खरगोन में लगे कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील दी गई। जिसका फायदा उठाकर दिलवाले दुल्हनिया ले ही आए।