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Damoh. दमोह जिले बटियागढ़ तहसील के अंतर्गत बहने वाली सुनार नदी में 20 दिन पहले बाढ़ आई थी जिसमें कई गांव भी पानी में डूब गए थे। बारिश थमने के बाद जब बाढ़ का पानी वापस लौटा उसके बाद तबाही का मंजर सामने आ रहा है। कई स्थानों पर सड़क और पुलिया बह गई जिससे सड़क किनारे गहरी खाई हो गई है। आलम यह है की दर्जनों गांव का आवागमन प्रभावित हो रहा है इसके अलावा यहां किसी भी समय कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। ग्रामीण अब प्रशासन ने नुकसान के बाद पुनः निर्माण की मांग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री सड़क की बह गई पुलिया
सुनार नदी में आई बाड़ से सबसे ज्यादा नुकसान चैनपुरा से निबौरा कलां मार्ग पर ग्राम मढिया के समीप हुआ है। यहां प्रधानमंत्री सड़क और पुलिया ध्वस्त होने से लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है और गहरी खाई भी हो गई है। जिससे बड़े वाहन निकालना मुश्किल हो गया है। 20 दिन पहले सुनार नदी में आई भीषण बाढ़ से सड़क और पुलिया ध्वस्त हो गई है। दर्जनों स्थानों पर बने सड़क व कल्वर्ट भी ध्वस्त हो गए।
यह सड़क ध्वस्त होने से बरोदा, हिंगवानी, धौराज, तिरमुड़ा, निबोरा, पिपरिया, बन्नो सहित आधा दर्जन से अधिक गांव के लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क ध्वस्त होने से छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन बंद है। छोटे बड़े वाहन चालकों को ग्राम मढिया से निकलना पड़ता है।
महीनों होना पड़ेगा परेशान
आवागमन बाधित होने से क्षेत्रीयजन परेशान हैं, उनका मानना है कि सड़क और पुलिया की मरम्मत एक-दो दिन में होनी नहीं है, इसमें महीनों का समय लगना है। प्रशासन यदि वैकल्पिक मार्ग को ही थोड़ा कामचलाऊ करवा दे तो भी काफी राहत मिल जाएगी। बता दें कि इस साल तेज बारिश में दमोह की हर नदी उफान पर रही जिसके चलते ऐसे हालात सामने आए हैं।