बरसात की तबाही का दर्द सुनाने किसान कलेक्ट्रेट पर पहुंचे , पूर्व मंत्री कलेक्टर को अल्टीमेटम

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Dev Shrimali
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बरसात की तबाही का दर्द सुनाने किसान कलेक्ट्रेट पर पहुंचे , पूर्व मंत्री कलेक्टर को अल्टीमेटम

GWALIOR.ग्वालियर जिले में लौटते मानसून में चार रोज भीषण बरसात हुई है इस अतिवृष्टि से हुए फसलों के नुकसान को लेकर, कांग्रेस नेताओं ने किसानों के साथ कलेक्ट्रेट पर जंगी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने जिला प्रशासन को 3 दिन का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि बर्बाद हुई फसलों का सही तरीके से और समय पर सर्वे नहीं हुआ तो कलेक्टर को कुर्सी पर नहीं बैठने देंगे और प्रदेश के मुखिया को ग्वालियर शहर में नहीं घुसने देंगे।



किसान बोले - एक भी फसल नहीं बची 



 ग्वालियर अंचल में हुई बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है,  ज्वार, बाजरा, तिल,धान, आलू, मक्का, की फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा बर्बाद फसलों का अब तक सर्वे नहीं किया गया है। जिसके चलते भितरवार, डबरा और मुरार ग्रामीण के आक्रोशित किसानों के साथ कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट पर जंगी प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे कांग्रेस के पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने कड़े शब्दों में जिला प्रशासन को 3 दिन का अल्टीमेटम देते हुए..... चेतावनी दी...अगर बर्बाद हुई फसलों का तीन दिन के भीतर ईमानदारी से सर्वे कार्य शुरू नहीं हुआ तो शहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घुसने नहीं देंगे और कलेक्टर को भी कुर्सी पर नहीं बैठने देंगे।



कांग्रेस विधायक बोले - डेढ़ साल में तीन बार आयी आपदा 



वहीं कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर वादाखिलाफी के आरोप लगाते हुए कहा कि भितरवार क्षेत्र के किसानों पर डेढ़ साल में तीन बार प्राकृतिक आपदा आ चुकी है, लेकिन बर्बाद फसलों का सर्वे हुआ लेकिन ऐसा सर्वे हुआ कि अंधा बांटे रेवड़ी...चीन्ह - चीन्ह  कर कर दे.... मौके पर सीएम भी पहुंचे थे लेकिन ... डायलॉग देकर लौट गए....किसानों के प्रदर्शन पर ग्वालियर कलेक्टर  विक्रम सिंह का कहना था कि पूर्व आपदाओं में मुआवजा दिया गया था... और हाल ही में बेमौसम बारिश से हुई फसलों के नुकसान के लिए सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाएगा।



बरसात ने मचाई तबाही 



यहाँ उल्लेखनीय है कि ग्वालियर- चम्बल अंचल में अक्टूबर के पहले सप्ताह में पांच दिनों से लगातार बरसात होने से जहाँ नदी -नाले लबालब हो गए हैं और सड़कें बह गयीं वहीँ अनेक मकान भी टूट गए लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है फसलों का।  बाजरा , ज्वारा ,तीली ,मूंगफली से लेकर टमाटर तक बर्बाद हो गए जिसके चलते संभाग भर में किसान परेशान है और आन्दोलन कर रहे हैं। शिवपुरी में किसानों ने जाम लगाया था  वही मुरैना में खराब हो चुकी बाजरा की बालों को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। 


farmers reached collectorate for help destruction of crops Demonstration of farmers at collectorate in Gwalior बरसात में बर्बाद हुए किसान मदद के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान फसलों की तबाही ग्वालियर में कलेक्ट्रेट पर किसानों का प्रदर्शन कौशलेंद्र विक्रम सिंह Kaushlendra Vikram Singh farmers ruined in rain