संजय गुप्ता. INDORE. कारम डैम की दीवार तोड़कर उसमें सिंचाई के लिए जमा 15 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) पानी तो बहा दिया गया, इस डैम को बनाने में 304 करोड़ रुपए भी खर्च किए गए, लेकिन डैम के रिसाव ने पूरे सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है। यह ठेका पहले वीआरएस कंपनी को मिला, लेकिन मामला ई टेंडर घोटाले में आ गया और टेंडर रद्द हो गया। इसके बाद ठेका दिल्ली की एएनएस कंसट्रक्शन ने 304 करोड़ रुपए में लिया। 10 अगस्त 2018 से काम शुरू किया गया और इसे अगस्त 2021 में पूरा करना था।
एएनएस कंपनी ने यह ठेका लेकर ग्वालियर की अशोक भारद्वाज ग्रुप की कंपनी सारथी को दे दिया। सारथी को 99.86 करोड़ में काम सारथी को दिया। मजे की बात यह है कि अब भविष्य में सरकार यदि किसी कंपनी के मैनेजमेंट पर कार्रवाई करेगी या ब्लैकलिस्ट करेगी तो वह एएनएस होगी ना कि सारथी, क्योंकि सारथी का सरकार से कोई संबंध नहीं है।
ये कहते हैं अफसर
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे सारे कॉरस्पॉन्डेंट (पत्राचार), सौदा, लेन-देन, करार सब एएनएस से ही हुए हैं, सरकार वैधानिक रूप से सारथी पर कोई कार्रवाई कर ही नहीं सकती। अब जबकि डैम बच गया है, जान का नुकसान नहीं हुआ है तो अब सरकार भ्रष्टाचार मामले में क्या कार्रवाई करती है, यह देखना है, क्योंकि अभी तक सभी यह कहकर बच रहे थे कि पहली प्राथमिकता जानमाल, पशुधन की है, वह तो बच गया, अब कहीं इसी आड़ में भ्रष्टाचार करने वाले भी ना बच जाएं।
टेंडर जारी होते ही सारथी को दो महीने में ही मिल गया काम
टेंडर जारी होने बाद जल संसाधन विभाग ने एएनएस को वर्कआर्डर 10 अगस्त 2018 को जारी कर दिया। इसके मिलते ही कंपनी ने 99.86 करोड़ का काम ग्वालियर की सारथी कंपनी को 10 अक्टूबर 2018 को दे दिया। कंपनी ने करार के मुताबिक, इस काम के लिए 9 अगस्त 2021 की मियाद पूरी की थी, लेकिन कोविड और अन्य के चलते काम में देरी हुई और फिर अगस्त 2022 में काम जल्द पूरा करने की जल्दबाजी में घटिया काम हो गया, जिसने 18 गांव के 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान आफत में डाल दी।
सारथी के पास मप्र में अब भी 498 करोड़ के काम
ग्वालियर संभाग और अन्य जगहों पर भी सारथी ग्रुप के पास सरकार से मिले सीधे ठेकों की भी कोई कमी नहीं है। ग्रुप अभी 1032 करोड़ के ठेके ले चुका है। इसमें से 498 करोड़ के ठेके अभी जारी है और 535 करोड़ के पूरे हो चुके हें।
एएनएस और सारथी के ये हैं कर्ताधर्ता, कारम डैम का नाम सुन डायरेक्टर ने फोन रख दिया
सारथी ग्रुप में अशोक, गौरव और राजश्री भारद्वाज हैं। द सूत्र ने अशोक भारद्वाज से जब बात करने की कोशिश की गई तो कारम डैम का नाम सुनकर ही फोन काट दिया और फिर नहीं उठाया। ग्रुप ने खुद को डैम बनाने में एक्सपर्ट घोषित किया हुआ है और अपनी वेबसाइट पर कारम डैम में चल रहे कामों की फोटो भी अपलोड की हुई है।
वहीं दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन के पास भी मध्य प्रदेश में 3 ठेके हैं, जो मुख्य रूप से छतरपुर में हैं। कंपनी के एमडी महिंदर शर्मा और डायरेक्टर ध्रुव शर्मा है। कंपनी के पास मध्य प्रदेश में बरियापुर छतरपुर में 100 करोड़ से ज्यादा के काम हैं।
उधर, कारम डैम में पानी तली में आया
उधर, कारम डैम में वाल तोड़कर पानी निकालने की तरकीब काम कर गई और पूरा पानी बह गया है। अब डैम को कोई खतरा नहीं है। गांव वाले भी लौटने लगे हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने सुबह 15 अगस्त को डैम पर ही ध्वजारोहण किया और चार दिन से काम में जुटे एनडीआरएफ, सेना के अधिकारी, जवानों और अन्य सभी को माला पहनाकर सम्मानित किया।