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अरुण सिंह, Panna. बेशकीमती रत्न हीरा की खदानों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना शहर में स्थित राजशाही ज़माने की प्राचीन इमारत यादवेन्द्र क्लब में डायमण्ड पार्क बनेगा। पहाड़ी की तलहटी में बने झीलनुमा प्राचीन धरमसागर तालाब के ठीक किनारे स्थित इस विशाल इमारत को डायमण्ड पार्क के लिए संवारा जा रहा है। इसको लेकर पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के साथ निर्माण कार्य करने वाली एजेंसी के अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में निर्माण कार्य के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने बताया कि भवन में अलग निर्माण न करते हुए भवन का सौन्दर्यीकरण, लाइटिंग व्यवस्था एवं बड़े हॉल को दो भागों में बांटा जाएगा। इसमें म्यूजियम के साथ रेस्टोरेंट एवं दुकान बनाई जाएगी। लोगों के व्यवस्थित आने जाने की सुविधा के साथ बैठक व्यवस्था बनाई जाएगी। इस पूरे परिसर को सुन्दर लुक देने के लिए धरमसागर तालाब में लाइटिंग की जाएगी। डायमण्ड पार्क को 10 भागों में बांटा गया है।
पर्यटक अब जान सकेंगे पन्ना के हीरा की कहानी
हीरे का जिक्र हो और पन्ना का नाम न आये ऐसा हो नहीं सकता। इसका कारण यह है कि मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक नगरी पन्ना की पहचान हीरे के कारण ही है। यहां पर डायमण्ड पार्क स्थापित होने पर आने वाले समय में दुनिया भर के लोग पन्ना के हीरा की कहानी जान सकेंगे। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 450 किलोमीटर झांसी-रीवा मार्ग पर स्थित बुंदेलकेशरी महाराजा छत्रसाल की नगरी पन्ना अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल खजुराहो से महज 45 किमी की दूरी पर है। बेशकीमती हीरों के अलावा पन्ना शहर प्राचीन भव्य मंदिरों व पन्ना टाइगर रिज़र्व के लिए भी जाना जाता है।
इतिहास से होंगे वाकिफ
यहां की सबसे बड़ी खूबी यह है कि कब किसकी किस्मत चमक जाये कुछ कहा नहीं जा सकता। अब तक न जाने कितने लोग पन्ना की खदानों में हीरों की तलाश करते हुए रंक से राजा बने हैं। हीरा मिलने पर कई मजदूरों की तकदीर बदली है, वे लखपति और करोड़पति भी बने हैं। लेकिन बाहरी दुनिया के लोग यह नहीं जानते कि आखिर हीरा निकलता कैसे है। यहां निकलने वाले हीरों की क्या खूबी है। इस पूरी कहानी से पन्ना आने वाले पर्यटक डायमण्ड पार्क का भ्रमण कर वाकिफ हो सकेंगे। हीरा व्यवसाय व टूरिज़्म से जुड़े लोगों का कहना है कि पन्ना में डायमण्ड पार्क बनने से खजुराहो और पन्ना टाइगर रिज़र्व में आने वाले पर्यटक पन्ना भी आएंगे जिससे यहां पर्यटन को जहां बढ़ावा मिलेगा, वहीं रोजगार के नये अवसर भी खुलेंगे।