GUNA. गुना के दुधाई गांव में दो दिव्यांग अपने घर से 1 किलोमीटर दूर घिसटते हुए आए और वोट दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि 'कोई हमारी नहीं सुनता, हम बहुत परेशानी में हैं, सरकार ध्यान नहीं देती'। मध्यप्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र बमोरी के ये हाल हैं। दिव्यांग सलमान सिंह यादव और आदिवासी हरिसिंह सहरिया के बचपन से दोनों पैर काम नहीं करते। दोनों चलने में असमर्थ हैं। उन्हें सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है। न उनके पास ट्रायसाइकिल है, न मकान है और न ही कोई रोजगार जबकि सरकार लगातार दिव्यांगों को लाभ पहुंचाने का दावा करती है।
'हम बहुत परेशानी में हैं'
दुधाई गांव के सलमान सिंह यादव पैर बचपन से ही काम नहीं करते। वे घिसटते हुए वोट करने के लिए 1 किलोमीटर दूर मतदान करने निकले थे। सलमान का कहना है कि वे दिव्यांग हैं, चल नहीं पाते हैं। कोई हमारी नहीं सुनता, न ट्रायसाइकिल है और न ही अन्य सुविधिाएं। हम बहुत परेशान हैं, सरकार ध्यान नहीं देती।
दिव्यांग आदिवासी के पास गरीबी के सिवा कुछ नहीं
दुधाई गांव के दिव्यांग आदिवासी हरिसिंह सहरिया के पास गरीबी के सिवा कुछ नहीं है। उनका इस दुनिया में कोई नहीं है। न उसके पास घर है, न ट्रायसाइकिल है, न कोई रोजगार है। दिव्यांग गांव वालों के रहम पर अपनी जिंदगी जी रहा है। दिव्यांग को शासन की लचर व्यवस्था के चलते सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला है।
दुधाई गांव में सहरिया आदिवासियों के हालात बदतर
दुधाई गांव में सहरिया आदिवासियों के कई परिवारों तक सरकार की योजनाओं के तहत दी जाने वाली सुविधाएं नहीं पहुंची हैं। ग्रामीण पंचायत एवं विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र बमोरी के दुधाई गांव में सहरिया आदिवासियों के हालात बद से बदतर हैं।