Jabalpur. धर्मार्थ संस्था की आड़ में शिक्षण संस्थाओं के धन से अकूत संपत्ति जुटाने वाले बिशप पी सी सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ईओडब्ल्यू की जांच में बुरी तरह फंसे बिशप पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज कर लिया है। दरअसल ईओडब्ल्यू को पूछताछ में बिशप के खिलाफ कई पुख्ता सबूत मिले थे, वहीं शिक्षण संस्थाओं का बयान दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू ने सारी जानकारियां ईडी से साझा कर लीं। शुक्रवार को ही ईओडब्ल्यू की टीम भोपाल में ईडी के अधिकारियों से मिली। जहां बिशप के घर से बरामद विदेशी करंसी तो ईडी को सौंपी ही गई साथ ही काला धन सफेद करने की जानकारी भी ईडी को दे दी गई। जिसके बाद यह मामला दर्ज किया गया है।
इसलिए दर्ज किया गया मामला
जानकारी के मुताबिक बिशप द्वारा शैक्षणिक संस्थाओं से जबरन वसूली कर इस बड़ी राशि को ट्रस्ट और अन्य माध्यमों के जरिए काले धन को सफेद किए जाने का खेल चल रहा था। कार्रवाई के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों में इस बात की पुष्टि भी होती है। जिसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस बनाया है। जल्द ही मामले की जांच के लिए भोपाल से ईडी की टीम जबलपुर भी पहुंचेगी।
खातों की होगी बारीकी से जांच
जानकारी के अनुसार, कार्रवाई के दौरान बिशप पी सी सिंह और उसकी संस्थाओं के डेढ़ सौ से ज्यादा खातों की जानकारी मिली थी। इन सभी बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है और सूक्ष्मता से खातों की जांच की जाएगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि बिशप द्वारा कहां से कितने धन की वसूली की जाती थी और किन संस्थाओं और विदेश में कितना धन भेजा गया है।