Jabalpur. एक मामले की जांच पड़ताल के बाद आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने जबलपुर में पदस्थ रहे तीन तहसीलदारों और 4 पटवारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने मिलीभगत कर बरही के ग्राम करौंदी, कुठिया महगवां और गठौहा में आदिवासियों के नाम दर्ज करोड़ों रुपए कीमती 54 एकड़ जमीन का नामांतरण गैरकानूनी ढंग से किया। इस मामले में टॉप ग्रेन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के रमेश सिंह ने इस जमीन को अपने नाम कराया था।
मामले की हुई थी शिकायत
ईओडब्ल्यू को मिली शिकायत में आरोपियों के विरूद्ध गैरकानूनी ढंग से आदिवासियों के नाम दर्ज जमीन का नामांतरण कर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए गए थे।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मामला
ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद जिनके खिलाफ नामजद एफआईआर कराई है उनमें टॉप ग्रेन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि रमेश सिंह, एस के गर्ग, तत्कालीन तहसीलदार, जी पी अग्रवाल, तत्कालीन तहसीलदार, आर पी द्विवेदी, तत्कालीन तहसीलदार (तीनों बरही) के साथ-साथ नत्थूलाल रावत, तत्कालीन पटवारी, करौंदी खुर्द, संतोष दुबे जूनियर और संतोष दुबे सीनियर तत्कालीन पटवारी और सुखदेव सिंह भवेदी, तत्कालीन पटवारी शामिल हैं।