Bhopal. स्टाम्प शुल्क के रूप में दिए करोड़ों रुपए की कर चोरी के आरोप में EOW ने जीव सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, चावला एसोसिएट्स के रोशन चावला, उप पंजीयक रश्मि सेन, जीव सेवा संस्थान के अन्य पदाधिकारियों और राजस्व अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है। EOW में शिकायत की गई थी कि जीव सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने दान की राशि से स्कूल निर्माण के लिए 28 एकड़ जमीन खरीदी थी जिसे बिल्डर रोशन चावला को महंगे डुप्लेक्स बनाने के लिए सस्ते दामों में बेच दी।
ये है पूरा मामला
EOW में ये शिकायत आई थी कि जीव सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने दान में मिली करोड़ों रुपए की राशि से 2001 में छात्रों के हायर सेकेंडरी स्कूल के निर्माण के नाम एयरपोर्ट रोड पर गोंदरमउ गांव में 28 एकड़ भूमि खरीदी थी। इस जमीन को ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बिल्डर रोशन चावला को महंगे डुप्लेक्स बनाने के लिए सस्ते दाम पर बेच दिया। नेशनल हाइवे नंबर-12 और आशाराम आश्रम को जाने वाली पक्की सड़क से लगी हुई इस 10 एकड़ जमीन को ये कहकर कम दामों पर बेच दिया गया कि इस तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है जबकि ये रास्ता पहले से ही उपलब्ध था। पहुंच मार्ग की अनुपलब्धता बताकर करोड़ों रुपए की रजिस्ट्री शुल्क की चोरी की गई।
13 करोड़ में खरीदी 40 करोड़ की जमीन
10 एकड़ जमीन के लिए बिल्डर रोशन चावला ने जीव सेवा संस्थान को 13 करोड़ 10 लाख रुपए चुकाए जबकि कुछ ही समय बाद रेरा को दिए गए दस्तावेजों में इस जमीन का मूल्य 40 करोड़ रुपए बताया गया। इस जमीन से संबंधित पहले की रजिस्ट्री में पहुंच मार्ग होने का विवरण दिया गया है। गूगल मैप में भी मार्ग सही तरह से देखा जा सकता है। रजिस्ट्री कराने के बाद हीरो ज्ञानचंदानी ने बिल्डर को ट्रस्ट की भूमि में बने 60 फीट चौड़े रास्ते का उपयोग निशुल्क करने के लिए दिया। इस 10 एकड़ जमीन पर हजारों की संख्या में युकेलिप्टस और दूसरे पेड़ पर लगे थे। इस जमीन से संबंधित सभी राजस्व रिकॉर्ड में इस भूमि पर पेड़ों के लगे होने की जानकारी दर्ज था लेकिन जमीन की रजिस्ट्री में ये बताया गया कि जमीन पर पेड़ नहीं हैं।