देव श्रीमाली Gwalior.चुनाव में अपराधी पृष्ठभूमि वाले नेताओं की भूमिका को कम करना बड़ी चुनौती है। चम्बल में जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत और स्थानीय निकायों में नामांकन भरने वाले ऐसे सभी प्रत्याशियों से पचास हजार रूपये तक के बांड भरवा रहे है जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह अपनी सार्वजनिक आपत्ति भी दर्ज करा चुके हैं लेकिन ग्वालियर में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहाँ पुलिस ने दस महिला सरपंच पद की प्रत्याशियों के पतियों से नकद बांड भरवाए है कि वे चुनाव में उत्पात नहीं करेंगे।
ये है मामला
दरअसल ग्राम पंचायत चुनाव के नामांकन हो चुके हैं और प्रचार शुरू हो गया है। ऐसे में चुनाव में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक रहे और चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो जाएँ इसके लिए प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के लिए पंचायत -बार समीक्षा की गयी पाया गया कि जिले में दो पंचायतें ऐसे हैं जो महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। तिघरा थाना इलाके के ग्राम पंचायत कुलैथ और माहिदपुर में पांच -पांच महिला प्रत्याशी ऐसी है जिनके पति चुनाव में व्यवधान कर सकते हैं।
पुलिस ने भरवाये बॉन्ड ओवर
तिघरा थाने के प्रभारी सुरेश कुशवाह ने बताया कि इन दस महिला प्रत्याशियों के पतियों को थाने बुलाया गया। कुलैथ पंचायत से दीपू यादव ,अफसर खान ,हुकुम चंद्र शर्मा ,नाहर सिंह यादव और महाराज सिंह यादव को बॉन्ड ओवर किया गया जबकि महिदपुर पंचायत से अंगद सिंह यादव,बंटी यादव,पप्पू यादव,छविराम यादव और गोपाल यादव को बॉन्ड ओवर किया गया। इनसे दस दस हजार रुपये के बांड भरवाए गए। अगर ये चुनाव के दौरान साहनी भंग करते हैं तो इनके द्वारा जमा की गयी धनराशि जप्त हो जायेगी और बांड तोड़ने के आरोप में सजा भी सुनाई जा सकती है। इन दस पाबन्द कराये गए लोगों की पत्नियां सरपंच पद के लिए चुनाव मैदान में हैं।