Jabalpur. शहरों में हाईराइज बिल्डिंगों और होटलों में फायरसेफ्टी के नियम कानून तो बहुत बनाए गए हैं लेकिन इनका पालन कोई नहीं करता। जब देश में कहीं बड़ा हादसा हो जाता है तो कुछ दिन दिखावे के लिए कार्रवाई की खानापूर्ति करके ही इतिश्री कर ली जाती है। नगर निगम और जिला प्रशासन की इस लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब शुक्रवार तड़के जबलपुर के होटल ऋषि रेजेंसी में आग लग गई। होटल के तलघर में बार और रेस्टारेंट संचालित होता है। जिसमें से धुआं निकलता देख दमकल को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान 3 दमकल वाहन बुलाने पड़े और आग पर काबू पाने में 2 घण्टे से ज्यादा का समय लगा ।
आनन फानन में खाली कराया गया होटल
नेपियर टाउन इलाके में स्थित इस तिमंजिला होटल में जब आग भड़की तो इसकी तपिश सड़क की उस पार तक आ रही थी। आग भड़कते ही आनन-फानन में होटल को खाली करा लिया गया। होटल में ठहरे हुए लोग अपना लगेज कमरे में ही छोड़कर सड़क पर आ गए। हादसे में किसी प्रकार की कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन होटल को लाखों रुपए के नुकसान होने का आकलन किया जा रहा है।
शॉर्ट सर्किट के चलते लगी आग
आग के कारणों का पता तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन माना यही जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के चलते लगी आग पहले फ्रिज में लगी और फिर देखते-देखते पूरे बार में आग फैल गई। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है। वहीं थ्री स्टार होटल में फायरसेफ्टी के माकूल इंतजाम न होने के चलते नगर निगम के जिम्मेवार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग उठने लगी है।