भोपाल. मध्यप्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है। ग्वालियर-चंबल के बाद अब प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी हालात खराब होते जा रहे हैं। गुना में पार्वती नदी उफान पर है। जिसके कारण 8 गांव पानी से घिर गए है। जिले का सोंडा गांव टापू बन गया है। यहां के लोगों को निकालने के लिए NDRF की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा विदिशा में भी पांच दिन से लगातार तेज बारिश के कारण हालात खराब होते जा रहे हैं। जिले के 12 गांव पानी के कारण कट गए थे। इन गांवों के लोगों को रेस्क्यू टीम ने निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया है। इसके साथ ही अशोकनगर में भी हालात बिगड़ रहे हैं। बुंदेलखंड के छतरपुर और टीकमगढ़ में भी सुजारा बांध के कारण कई इलाके डूब में आ गए।
गुना में बिगड़े हालात
गुना में शुक्रवार को 174 MM बारिश हुई। इस कारण नदी-नाले उफान पर है। जिले की पार्वती नदी के कारण 8 गांवों का संपर्क कट गया है। इनमें हमीरपुर, पाटी, विलास, बिसनवाड़ा के अलावा 4 गांव और हैं। यहां फंसे 180 लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
विदिशा में 168 MM बारिश
जिले में पांच दिन से लगातार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है। शुक्रवार को जिले में 168 MM बारिश हुई। जानकारी के मुताबिक कुरवाई में 4 गांव और सिरोंज के 8 गांवों का संपर्क कट गया है। इन गांवों के लोगों को निकालने के लिए प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिले के शमशाबाद में बाह नदी पर बने संजय सागर बांध के 7 गेट खोल दिये गए हैं। यहां के भन्नाखेड़ी में कच्चा मकान गिर जाने से 40 बकरियां दबकर मर गई हैं। इसके अलावा विदिशा-अशोकनगर मार्ग पर बाह नदी पर बने कागपुर पुल पर 5 फिट से ज्यादा ऊपर पानी बह रहा है।
अशोकनगर में केथन नदी उफान पर
केथन नदी उफान पर आने से बहादुरपुर सहित अकोदिया, घाटबमूरिया व अन्य गांव में पानी भर गया। प्रशासन ने बहादुरपुर की कई दुकानें खाली कराई हैं। वहीं प्रशासनिक अमला ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
छतरपुर और टीकमगढ़ में प्रशासन अलर्ट
छतरपुर-टीकमगढ़ जिले की सीमा पर बने बान सुजारा बांध का गेट खोल दिया गया है, जिससे दशान नदी का जलस्तर बढ़ गया है। गेट शाम 4 बजे खोल दिया गया है। यहां की अन्य नदियों में भी पानी बढ़ा है। धशान नदी के किनारे बसे गांव में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया है।