धार. पुलिस ने सवा 200 करोड़ की जमीन (Dhar 200 crore land case) के मामले में सरकारी कर्मचारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जनकल्याण के लिए लीज पर दी गई भूमि को बेचने में धार में उस समय पदस्थ राजस्व SDM चंद्रेश कुमार गुप्ता (SDM Chandresh kumar gupta) और नगर पालिका के सब इंजीनियर सुधीर ठाकुर (Sudheer Thakur) को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 26 दिसंबर को हिरासत में ले लिया है। सब इंजीनियर ने धार में पदस्थापना के दौरान ही इस भूमि पर निर्माण की अनुमतियां जारी की थी।
पूर्व SDM का कारनामा भूमि को कागजों में बता दिया निजी
पुलिस ने इस मामले में धार में पदस्थ रह चुके पूर्व राजस्व अधिकारी (SDM) चंद्रेश कुमार गुप्ता को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया हैं। पुलिस की दो विशेष टीम इंदौर पहुंची और आरोपी को धार लेकर आई। पूर्व SDM ने इस सरकारी और लीज की जमीन को डॉक्यूमेंट में प्राइवेट बताया था। जिसके बाद ही आरोपियों ने इसे अपनी जमीन बताकर प्लॉट काटे और लोगों को बेच दिया था। पुलिस जल्द ही इस मामले में नपा के एक बडे अधिकारी को भी गिरफ्तार कर सकती है।
सुधीर ने 14 अनुमति जारी की
सुधीर के कार्यकाल के दौरान करीब 14 अनुमति जारी की गई थी। इसके कारण ही भूमि की खरीदी और बिक्री हो पाई। पिछले 24 घंटे से चल रही लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपितों की संख्या को बढ़ाते हुए सुधीर ठाकुर को गिरफ्तार किया है। इस जमीन के मामले में सुधीर दास, सुधीर जैन के बाद तीसरे सुधीर के रूप में सब इंजीनियर ठाकुर की एंट्री हुई हैं।
बगैर रजिस्ट्री के दी अनुमति
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी सुधीर ठाकुर धार नगर पालिका में उपयंत्री के पद पर वर्ष 1998 से 2012 तक पदस्थ रहा, इस दौरान इस मुख्य जमीन की कई रजिस्ट्रियां साल 2008 से 2010 में हुई है। ऐसे में करीब 14 रजिस्ट्री में निर्माण अनुमति सुधीर ठाकुर द्वारा जारी गई हैं। 25 दिसंबर को सुधीर ठाकुर से करीब 40 पन्नों के अहम दस्तावेज समेत रजिस्ट्री के बिंदु पर भी पूछताछ हुई।
भगाने में मदद करने वाले भी बने आरोपी
भूमि के प्लॉट बेचने का दूसरा मुख्य आरोपी सुधीर जैन है। सुधीर मामला दर्ज होने के एक महीने बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। सुधीर पर पुलिस ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इस मामले में पुलिस ने सुधीर की भागने में मदद करने वाले को चिन्हित किया हैं, तथा रविवार दोपहर पुलिस ने तीन लोगों को लेकर आई जिनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी ने पिछले एक महीने में करीब 15 से अधिक सिमों का उपयोग मोबाइल में किया है।
जांच में दोनों की संलिप्पता पाई गई
धार SP आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि हमारी टीम ने इस प्रकरण की समीक्षा की है। सीके गुप्ता उस समय SDM और नगर पालिका के इंजार्ज थे। जबकि सुधीर ठाकुर नगर पालिका का इंजीनियर था। इस पूरी जांच में दोनों की संलिप्तता पाई गई है। इसके बाद दोनों की गिरफ्तारी की गई है।
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