आखिर किस तरह मिशन 2023 को लेकर मध्यप्रदेश में बिछने लगी है चुनावी चौसर की चालीसी बिसात...बताएंगे कि चुनावी चौसर में आखिर क्या है चालीसी चौसर का चक्कर... एक पुरानी कहावत है कि दूसरों की लाइन छोटी करने के बजाए अपनी लाइन बड़ी करना चाहिए लेकिन ये कहावत सियासत में मुफीद नहीं है... सियासत में खुद की लाइन बड़ी करने के साथ साथ प्रतिद्वंद्वी की लाइन जितनी छोटी होती जाए वैसी कोशिश होती है... इसलिए कहा जाता है कि सियासत का कोई धर्म नहीं होता.. बहरहाल इस कहावत को मप्र के 2023 के चुनाव के लिहाज से बीजेपी और कांग्रेस अमल में लाने की कोशिश कर रही हैं...