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संजय गुप्ता, INDORE. ओबीसी आरक्षण के मामले के चलते तीन हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए रुके मप्र लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की विविध परीक्षाओं के रिजल्ट अगले हफ्ते से जारी होना शुरू हो जाएंगे। जीएडी (सामान्य प्रशासन विभाग) द्वारा पीएससी को लिखे गए रिजल्ट जारी करने के फॉर्मूले के बाद पीएससी ने सभी विभागों से उनके रोस्टर सिस्टम में आ रहे आरक्षित पदों की अलग से जानकारी लेना शुरू कर दिया है। हर विभाग से पूछा जा रहा है कि उन्होंने जो पद भर्ती के लिए भेजे थे, इसमें सामान्य, एसटी, एससी, ओबीसी के कितने हैं और बैकलॉग वाले आरक्षित वर्ग के कितने थे। इसी आधार पर हर विभाग के पदों के आरक्षण का चार्ट बनेगा और इसी अनुपात में फिर हर वर्ग के अभ्यर्थियों का नतीजा घोषित होगा। पीएससी प्रवक्ता डॉ. रविंद्र पंचभाई ने द सूत्र को बताया कि विभागों से जानकारी आने लगी है और अगले हफ्ते से रिजल्ट बनाकर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी। किस रिजल्ट को पहले जारी करेंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा कि प्राथमिकता तो निश्चित ही राज्य सेवा परीक्षा है लेकिन यदि किसी विभाग की भर्ती के लिए परीक्षा ली और इसमें रोस्टर क्लीयर है, रिजल्ट हमारा तैयार हो तो फिर इसे रोकने का मतलब नहीं, इसे भी जारी कर देंगे।
जीएडी ने रिजल्ट के लिए यह दिया है फॉर्मूला
ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी हो या 27 फीसदी इसे लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। इसी दौरान हाईकोर्ट के अंतरिम फैसले के तहत जीएडी ने पीएससी को पत्र लिखकर कहा था कि वह 87 फीसदी पदों पर रिजल्ट जारी कर दें। बाकी 13 फीसदी पर उतने ही जनरल और ओबीसी दोनों को ले लें। यह रिजल्ट प्रोवीजनल होगा, जब हाईकोर्ट का फैसला जनरल के पक्ष में आएगा तो बाकी 13 फीसदी पर प्रोवीजनल रिजल्ट में पास हुए इतने जनरल कैटेगरी वालों को ले लेंगे और यदि ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी हुआ तो फिर प्रोवीजनल रिजल्ट में 13 फीसदी पदों के लिए जो ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थी पात्र हुए हैं, उन्हें अगले चरण के लिए चयनित किया जाएगा।
अभ्यर्थी अगले चरण में प्रोवीजनल ही पास होंगे
प्रारंभिक परीक्षा में प्रोवीजनल तौर पर चयनित अभ्यार्थी परीक्षा के अगले प्रत्येक चरण (मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार) में प्रोवीजनल तौर से ही सम्मिलित होंगे। कोर्ट के अंतिम निर्णय आने के उपरांत वह अपने संबंधित वर्ग (अन्य पिछड़ा वर्ग या अनारक्षित) में रोके गए 13 प्रतिशत पद के विरूद्ध ही चयनित होंगे न की पूर्व घोषित हो चुके 87 प्रतिशत पद के विरुध्द।
अब सामने आया पीएससी चायवाला
इधर, रिजल्ट और भर्ती के इंतजार में अभ्यर्थी इंदौर में रहकर गुजर बसर करने के लिए अलग-अलग रास्ते अपना रहे हैं। अजीत कुमार ने कुछ दिन पहले पीएससी समोसेवाला की दुकान खोली थी। वे रीवा से इंदौर में पढ़ाई के लिए 2017 में आए थे। वह पढाई भी कर रहे और दुकान भी चला रहे। इसी तरह ग्वालियर के विशाल गुर्जर ने अपनी गुजर बसर के लिए पीएससी चायवाला के नाम से दुकान शुरू की है। वह छात्र एरिया भंवरकुआं और भोलाराम के आसपास यह ठेला लगाते हैं। वह बताते हैं कि 20 हजार के बजट से यह छोटा काम शुरू किया है, ताकि महीने का खर्च निकल सके।
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