Gwalior. ग्वालियर में सरकारी शिक्षक (government teacher) के अपहरण (kidnapping) का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। डबरा (dabra) से ग्वालियर हनुमान मंदिर (gwalior hanuman temple) में दर्शन करने आए सरकारी स्कूल के एक हेड मास्टर (Head Master) का अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया। अपहरण की सूचना अपहरणकर्ताओं ने उन्हीं के फोन से उनके बेटे को दी। अपहरणकर्ताओं द्वारा फिरौती की एक चिट्ठी भी भेजी गई है। हेड मास्टर का दो दिन बाद यानी 31 मई को रिटायरमेंट है। शिक्षक से 20 लाख की फिरौती मांगी गई है।
यह है पूरा मामला
डबरा निवासी शिक्षक हरिशरण श्रीवास्तव (Harishan Srivastava) को किसी कार्य से जिला शिक्षा अधिकारी के ऑफिस जाना था। इससे पहले वह पडाव स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। यहीं से उनका अपहरण किया गया है। शिक्षक के अपहरण के बाद उनके फोन से ही अपहरणकर्ताओं द्वारा परिजन से बीस लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है। परिजन और स्कूल के अन्य शिक्षक एसपी अमित सांघी से मिले और घटना की जानकारी दी। इसके बाद एसपी ने दो टीमों को उनकी तलाश में लगा दिया है। चिट्ठी में लिखा है कि इसका अपहरण कर लिया गया है। 20 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। रात 10 बजे झांसी रोड थाने के पास में पहाड़ी वाली गली के बगल में आ जाना। फिरौती की रकम नहीं आई, तो इसे मार देंगे।
20 लाख रुपए की फिरौती मांगी
दरअसल डबरा के रामपुर कस्बे के रहने वाले शासकीय शिक्षक हरि चरण श्रीवास्तव एक रोज पहले ग्वालियर के मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के दर्शन करने गए थे। दोपहर 12 बजे शिक्षक के मंदिर में आकर दर्शन करने के फुटेज भी सीसीटीवी में मिले हैं। इसके बाद शिक्षक के मोबाइल से ही परिजनों के पास एक लिखित मैसेज आया, जिसमें 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है और ग्वालियर के झांसी रोड थाना इलाके की पहाड़िया के पास फिरौती लेकर पहुंचने की धमकी दी गई है। इसके बाद लगातार शिक्षक के परिजन पुलिस के संपर्क में बने हुए हैं और शिक्षक की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दो स्पेशल टीमें बनाई हैं, जो शिक्षक की तलाश में जुटी हैं। बताया गया है शिक्षक का 3 दिन बाद ही रिटायरमेंट होने वाला था।
झांसी रोड में मोबाइल की लोकेशन
डबरा पुलिस ने घटना ग्वालियर में होने के कारण पड़ाव थाने में रिपोर्ट करने के लिए परिजनों को भेज दिया। परिजन काफी समय तक पुलिस थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पूरे मामले में अहम बात यह है कि शिक्षक का मोबाइल अभी चालू है, जिसकी लोकेशन ग्वालियर के झांसी रोड क्षेत्र में बताई जा रही है। परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस 27 मई को ही सक्रियता दिखाती तो शिक्षक का पता चल सकता था।