सागर. यहां के सरकारी गोदामों में अनाज के रखरखाव में लापरवाही बरती जा रही है। इससे टैक्सपेयर्स यानी सरकार के करोड़ों रुपए का अनाज खराब हो रहा है। लापरवाही का आलम ये है कि दलहनी फसल (चना, मसूर, उड़द) का स्टॉक तीन साल से रखा हुआ है। इससे उपज में घुन (पीकने) लगी है। अकेले साईखेड़ा वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन में तीन साल से अधिक समय से उड़द और चना का लाखों क्विंटल का स्टॉक (pulse crop stock) रखा गया है। कृषि एक्सपर्ट के मुताबिक, चना और उड़द सालभर स्टॉक करने के बाद ही बेस्वाद होने लगता है।
बड़ा घोटाला भी हो सकता है: साईखेड़ा वेयर हाउस (Saikheda Ware House Negligence) में इतने लंबे समय तक स्टॉक रखा होना, एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। द सूत्र ने जब वेयर हाउस में जाकर दलहनी स्टॉक का जायजा लिया तो कई बोरों में अनाज खराब मिला। जानकारी के अनुसार, वेयर हाउस में साल 2018-19 में खरीदी उड़द 16 लाख 69 हजार 957.80 किग्रा में से वर्तमान में 14 लाख 4 हजार 492.38 किग्रा का स्टॉक है। इसी तरह साल 2018-19 में खरीदे गए चने में से 2 हजार 420.48 किग्रा में से 2 हजार 420.48 किग्रा स्टॉक है। साथ ही साल 2020-21 में 48 हजार 542.36 किग्रा चना खरीदा गया था, जो पूरा का पूरा ही स्टॉक में रखा हुआ है। वहीं, साल 2020-21 में मसूर 7.50 किग्रा खरीदा गया, जिसका पूरा स्टॉक हैं।
रखरखाव की बेहतर व्यवस्था की जाती है: गौरतलब है कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके, इसीलिए सरकार उनसे समर्थन मूल्य (msp) पर चना और उड़द (gram urad stock) आदि की खरीदी करती है। इसकी खरीदी के बाद वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के गोदामों में इन्हें स्टॉक कर रख दिया जाता है। यहां अनाज के रखरखाव के बेहतर व्यवस्था की जाती है। अनाज का समय-समय पर निरीक्षण और देखभाल के लिए कीटनाशक दवा आदि का उपयोग किया जाता है।
नीलामी की प्रोसेस भी नहीं कराई गई: अनाज में घुन न लगे व इसके खराब होने से पहले ही इसे अच्छी हालत में नीलामी (ware house auction) कर व्यापारियों को बेच दिया जाता है, लेकिन साईंखेड़ा वेयर हाउस में रखे उड़द और चने में घुन लगने से इसका अच्छा भाव मिलना बहुत मुश्किल है। समय पर नीलामी न होने से अब जो व्यापारी खरीदी के लिए आएंगे वे समर्थन मूल्य पर की गई खरीदी से भी कम दाम देंगे, जिससे सरकार को बड़ा घाटा होगा कलेक्टर दीपक आदि ने कहा कि साईंखेड़ा वेयर हाउस में तीन साल पुराने चना, उड़द रखे होने के संबंध में वेयर हाउस कॉर्पोरेशन (Ware House Corporation) के जिला प्रबंधक से मेरी बात हुई है। उन्होंने बताया कि यह अनाज नाफेड (Nafed) का है। जल्द ही अनाज का उठाव कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
(सागर से रमण अग्रवाल की रिपोर्ट।)