भोपाल. गर्म हवाओं से मध्यप्रदेश में गर्मी के तेवर सख्त बने हुए हैं। बुधवार सुबह 10 बजे ही राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इंदौर का 33 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 35 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं बात करें मंगलवार की तो राज्य के 18 शहरों में लू चली। जिसके चलते लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। इस बीच खजुराहो में पारा 45 डिग्री पर पहुंच गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। मौसम विभाग ने लोगों को धूप में नहीं निकलने की सलाह दी है।
मई-जून जैसी गर्मी अप्रैल में
प्रदेश के कई जिलों में तेज धूप लोगों को झुलसा रही है। अप्रैल में गर्मी मई-जून जैसी पड़ रही है. मौसम विभाग के 122 साल के रिकॉर्ड में अप्रैल का पहला हफ्ता सबसे गर्म रहा। मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। सोमवार को अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था. इंदौर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस, जबलपुर का 43 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर का 44 डिग्री सेल्सियस रहा।
लू की चपेट में कई जिले
मौसम विभाग के मुताबिक, गर्म हवाओं की वजह से पूरा प्रदेश भीषण गर्मी के दौर से गुजर रहा है। इस दौरान नौगांव में जहां तीव्र लू चली, वहीं रीवा, सतना, सीधी, उमरिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, टीकमगढ़, सागर, दमोह, भोपाल, राजगढ़, रतलाम, ग्वालियर, दतिया और गुना जिलों में लू चलने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा।
अगले तीन दिन मिलेगी हल्की राहत !
भीषण गर्मी से परेशान प्रदेशवासियों को अगले तीन दिनों में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। राजस्थान के मौसम में अचानक बदलाव आया है और रेगिस्तान में हल्के बादल छाने से तापमान लुढ़का है। जिस वजह से मध्यप्रदेश में गर्म हवाएं नहीं चलेंगी। मध्यप्रदेश में मंगलवार को कई हिस्सों में सूरज के तेवर नरम पड़े नजर आए। वहीं, कई जिलों में अरब सागर से आ रही नमी के कारण बादल छाए हुए हैं जिससे गर्मी थोड़ी कम हुई है।