GWALIOR.एक तरफ आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज के नाम पर अस्पताल संचालकों द्वारा फर्जी तरीके से पैसे ऐंठने के नित नए मामले सामने आ रहे हैं लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कुछ और ही दावा कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि प्रदेश में कहीं कोई फर्जीबाड़ा नहीं है। एमपी में पीएम मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना में देश में सबसे अच्छा काम किया। अभी भी इस दिशा में काम हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी आज ग्वालियर के अल्प प्रवास पर आये थे। यहाँ आने के बाद वे सड़क मार्ग से मुरैना जिले के लिए रवाना हो गए जहाँ उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा के गाँव पहुंचकर उनके पिता की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी की।
बोले सब अस्पतालों का फायर ऑडिट हुआ
प्रभुराम चौधरी से पूछा गया कि निजी अस्पतालों में फायर ऑडिट किये बगैर ही इनका संचालन किया जा रहा है। इनके चलते प्रदेश में कई जगह तो जानलेवा घटनाएं भी घटित हो चुकी है ? इस बात को भी स्वास्थ्य मंत्री ने सिरे से ही नकार दिया। उनका दावा है कि ग्वालियर सहित पूरे प्रदेश में अस्पतालों का फायर ऑडिट करा लिया गया है। जिनके पास इसकी एनओसी नहीं है उनको नोटिस भी दिए गए है। जब उन्हें बताया गया कि ग्वालियर में ही तीन सौ के आसपास अस्पताल हैं जिनकी या तो फायर ऑडिट ही नहीं हुई है और अगर हुई भी है तो इन्हें एनओसी जारी नहीं की गयी है ,उन्होंने उलटे मीडिया से ही कहा कि अगर कोई ऐसा मामला है तो वे बताएं हम जांच कराके कार्यवाही कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमने निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसी अस्पताल में कमी पायी जाती है तो उस पर तुरंत कार्यवाही की जाए।
आयुष्मान मे कोई फर्जीबाड़ा नहीं
स्वास्थ्य मंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड से इलाज में हुए रोज उजागर हो रहे घपलों की जांच कराने की जगह स्वयं उन्हें बचाते हुए नजर आये। जब उनसे पूछा कि प्रदेश में आयुष्मान योजना के नाम पर फर्जीबाड़ा कर केंद्र सरकार से करोड़ों रूपये का घोटाला करने के मामले रोज प्रकाश में आ रहे है तो उन्होंने साफ़ कहा -इस योजना में पूरे प्रदेश में कहीं कोई फर्जीबाड़ा नहीं है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी जनप्रिय योजना के क्रियान्वयन में में मध्यप्रदेश नंबर वन है। प्रदेश में दो करोड़ नब्बे लाख से ज्यादा लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं इनसे गरीबों को पांच लाख रुपये तक का फ्री इलाज मिल रहा है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी।
नहीं रहने देंगे देंगे डॉक्टरों की कमी
स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि प्रदेशभर में फिलहाल डॉक्टर्स की संख्या अपर्याप्त है लेकिन इस कमी को वे रहने नहीं देंगे ,इसके लिए व्यापक कार्ययोजना बना ली गयी है बल्कि इसका क्रियान्वयन भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार डॉक्टर की भर्ती कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले से भी प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर अभी हमारे बॉन्डिंग डॉक्टर थे। पिछले हफ्ते हमने 1150 से अधिक के और आर्डर जारी किये है और उन लोगों ने जॉइन भी कर लिया है। उन्होंने कहा कि सुवर स्पेशलिस्ट डॉक्टर की कमी पूरी करने के लिए भी काम चल रहा है। स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए भी हमने कैबिनेट से मंजूरी पास कराई है। इनमें से कुल पदों में से पच्चीस फीसदी पर डायरेक्ट भर्ती होगी जबकि 888 स्पेशलिस्ट की भर्ती के लिए हमने मध्य प्रदेश पीएससी को पत्र लिखा है इस तरह हम जल्द ही प्रदेश में डॉक्टर की जरूरत पूरी कर देंगे।