Jabalpur. हर साल वर्षाकाल में पौधारोपण का सिलसिला चलता है। एक अनुमान के मुताबिक 180 दिन तक पौधों की सही देखभाल हो जाए तो वे पनपकर वृक्ष में तब्दील हो सकते हैं। जिसके चलते वनविभाग जिलावार पौधारोपण करता है। इसी तारतम्य में वन विभाग ने इस वर्षाकालीन सत्र में जबलपुर वनवृत्त में आने वाले 4 जिलों में 31 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। खास बात यह है कि विभाग इस बार औषधीय और फलदार वृक्षों पर फोकस कर रहा है।
16 जून से हो चुकी है शुरूआत
वन विभाग ने जंगलों में कम हुई हरियाली के मद्देनजर इसे बढ़ाने के उद्देश्य से पौधारोपण की शुरूआत कर दी है। 16 जून से हुई इस शुरूआत के दौरान 20 फीसद पौधे लगाए जा चुके हैं वहीं अच्छी बारिश का इंतजार करते हुए विभाग जुलाई माह तक वृहद पैमाने पर पौधारोपण की योजना तैयार कर चुका है।
एसएफआरआई में तैयार किए गए पौधे
वन विभाग ने इस वृहद पौधारोपण अभियान के लिए राज्य वन अनुसंधान केंद्र की नर्सरी में विशेष किस्म के पौधे तैयार किए हैं। वहीं कमी पड़ने पर अन्य नर्सरियों से भी पौधे मंगाए जा रहे हैं। यही नहीं पौधारोपण के बाद उनकी देखरेख का जिम्मा वन विभाग का अमला और वन समीतियां करेंगी।