Bhopal. मध्यप्रदेश का उच्च शिक्षा विभाग भी अब हाईटेक टेक्नालॉजी के साथ जुड़ने जा रहा है। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने जनसंपर्क संचनालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि प्रदेश के सभी महाविद्यालयों को डिजी (डिजीटल) लॉकर के माध्यम से जोड़ा जाएगा। जिसके लिए 30 मई तक की समय सीमा तय की गई है।
छात्रों को दस्तावेज मिलने में होगी आसानी
महाविद्यालयों के डीजी लॉकर से जुड़ने उच्च शिक्षा विभाग के विद्यार्थी डिजिलॉकर के माध्यम से कहीं से भी अपनी अंकसूची, डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन शीट अन्य प्रमाण पत्र आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि उच्च शिक्षा विभाग 30 जून तक सभी परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर देगा। 13 मई को पीएम द्वारा मप्र स्टार्टअप नीति योजना का शुभारंभ होगा।
पीपीपी मॉडल पर खुलेंगे मेडिकल कॉलेज
यादव ने कहा कि भोपाल में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना बनाई गई है। नर्सिंग पैरामेडिकल कृषि के पाठ्यक्रम भी शुरू करेंगे पैरामेडिकल मेडिकल के पाठ्यक्रम पीपीपी मॉडल के आधार पर चलाए जाएंगे। यह उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय, ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय, इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में प्रारंभ होंगे। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए सरकार कटिबद्ध है और अब छात्रों का उच्च शिक्षा में कोई समझौता नहीं होगा।