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ग्वालियर. छात्र संगठन अगर इस शैक्षणिक सत्र में प्रदेश के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं तो उनकी उम्मीद टूट गई है सरकार इस सत्र में चुनाव कराने के मूड में नही हैं। यह संकेत प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने खुद ही दिए।
ये बोले उच्च शिक्षा मंत्री
आज ग्वालियर पहुंचे प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव से जब पूछा गया कि मध्यप्रदेश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ के चुनाव कब होंगे ? इस पर उच्च शिक्षामंत्री ने कहाकि यह सत्र शुरू हो चुका है । अब अगले सत्र में राज्यपाल की अध्यक्षता वाली समन्वय समिति की बैठक होगी तो उसमें इस बारे में विचार किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि अगले साल इस मामले में ठीक परिणाम निकलेंगे।
हमने समय पर नया सत्र शुरू कराया
जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान में सरकार ने कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव कराए है फिर एमपी सरकार क्यों नही करा पा रही है? इस पर उच्च शिक्षामंत्री यादव का कहना था कि राजस्थान में सरकार न तो समय पर परीक्षाएं करा पाई है और न ही रिजल्ट घोषित कर क्लास शुरू कर सकी है उन्होंने दावा किया कि जबकि एमपी में हमने समय पर परीक्षाएं कराके रिजल्ट भी दे दिए है और नए सत्र की शुरुआत भी हो चुकी है ।
छात्र संगठन कर रहे है चुनाव की मांग
एमपी में पहले प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव होते थे जिनमें से अनेक छात्र नेता निकलते थे जो प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण पायदानों तक पहुंचे लेकिन लगभग तीन दशक पहले छात्रसंघ चुनाव कराना बन्द कर दिए गए थे। तब कांग्रेस की सरकार थी तो आरएसएस से जुड़ा छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने चुनाव कराने की मांग को लेकर बड़े आंदोलन किये लेकिन जब प्रदेश में उसकी विचारधारा वाली बीजेपी की सरकार बन गयी तो भी चुनाव नही हुए इसके बाद से एनएसयूआई और एबीवीपी दोनों ही छात्र संगठन चुनावों की मांग कर रहे है लेकिन सरकार चुनाव नहीं करा पा रही है । विगत वर्ष जब छात्रसंघ पृष्ठभूमि वाले मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री बने थे उम्मीद जागी थी लेकिन दो सत्र निकल गए लेकिन सरकार छात्रसंघ चुनाव नहीं करा सकी