Bhopal. मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल (Government Hospital) की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। सफाई और सुरक्षा पर हर साल 12 करोड़ रुपए सालाना खर्च करने के बावजूद व्यवस्था नहीं सुधर रही है। हर महीने बाइक चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब चोर गिरोह इतना सक्रिय हो गया है कि नल की टोटियां भी चोरी हो रही हैं। करीब 450 करोड़ की लागत से बन रही हमीदिया हॉस्पिटल (Hamidia Hospital) की बिल्डिंग चोरों के निशाने पर है। नवनिर्मित डी ब्लॉक, जिसमें सुल्तानिया हॉस्पिटल (Sultania Hospital) को शिफ्ट किया जाना है, वहां से करीब 150 नलों की टोटियां चोरी हो गई हैं। चोर सिंक के पाइप तक चोरी करके ले गए हैं। इससे पहले एसी के कॉपर पाइप चुराकर ले गए थे।
एफआईआर दर्ज न कराने का रिवाज
इससे पहले गामा कैमरा की यूनिट में लगे 9 एसी के आउटर चोरी हो गए थे। द सूत्र ने चोरी की इस खबर का खुलासा किया था। घटना की जानकारी तत्कालीन अधीक्षक लोकेंद्र दवे (Lokendra Dave) को भी दी थी। लेकिन एफआईआर तक दर्ज नहीं कराई गई थी। इस बार भी नलों और एसी के कॉपर पाइव की चोरियों की कोई एफआईआर दर्ज (FIR registered) नहीं कराई गई है। गांधी मेडिकल कॉलेज और हमीदिया प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।
पीआईयू ने खड़े किए हाथ
नलों की चोरियों के बाद अब गांधी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन निर्माण एजेंसी पीआईयू पर दबाव बना रहा है कि निकाले गए नल फिर से लगाए जाएं, लेकिन पीआईयू ने इससे साफ मना कर दिया है। इसकी वजह ये है कि ये भवन पीआईयू से चिकित्सा शिक्षा विभाग को हैंडओवर हो चुका है। अब पीआईयू की जिम्मेदारी नहीं है। वहीं सुरक्षा और सफाई का ठेका दिल्ली की एचएलएल कंपनी ने लिया है और इंदौर की यूडीएस कंपनी को काम ट्रांसफर कर दिया है।
मिलकर बात कर लेते हैं
सुरक्षा का काम देख रही यूडीएस कंपनी के मैनेजर विशाल का कहना हैं कि चोरियां तो हुई हैं, लेकिन सुरक्षा में कोई चूक नहीं थी। चोरी क्यों हुई ये हॉस्पिटल मैनेजर से पूछा जाए। जब उनसे पूछा गया कि सुरक्षा की जिम्मेदारी तो कंपनी की है, फिर हॉस्पिटल मैनेजर से सवाल क्यों करें ? तो विशाल ने मिलकर बात करने की बात कहते हुए फोन काट दिया।