संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 23 अक्टूबर को अपनी पुश्तैनी किराने की दुकान पर गए और दुकानदार बनकर ग्राहकों को सामान बेचा। ऐसा वे हर साल करते हैं। इसी दौरान वे मीडिया से भी चर्चा करते हैं। इस बार उन्होंने पीएफआई के खिलाफ कहा कि ऐसे संगठन देश के लिए बड़ी चुनौती है। पीएफआई का एजेंडा भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। यह समाज औऱ् सरकार के लिए चुनौती है। ऐसे संगठनों पर कार्रवाई होना चाहिए। पीएफआई के कई छिपे हुए एजेंडे हैं।
कांग्रेस के प्रोटोकाल में गांधी परिवार ही पहले
कैलाश विजयवर्गीय ने मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने को लेकर बोले- मैंने पहले भी कहा कि कांग्रेस के प्रोटोकॉल में गांधी परिवार पहले ही आएगा। गांधी परिवार के होते हुए हमने उनके रिमोट प्रधानमंत्री को देखा है, अब कांग्रेस के नए अध्यक्ष को भी देखेंगे। राहुल गांधी की पैदल यात्रा के दौरान मंदिर जाने को लेकर कहा कि वे मंदिर जाते हैं तो तिलक लगाते है, जब मस्जिद के अंदर जाते हैं तिलक को धो लेते हैं। ये सब उनकी नौटंकी है।
हमारे पहले ऐसे प्रधानमंत्री जो श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं- कैलाश
विजयवर्गीय ने पीएम को लेकर कहा कि भारत के लोग पीएम नरेंद्र मोदी पर गर्व करते है। देश की आजादी के बाद पहला ऐसा प्रधानमंत्री देखा जो श्रद्धा के साथ मंदिरों में जाकर पूजा करता है, साधना करता है, माला जपता है। वह देश की भावना के अनुरूप काम करते हैं। हमें गर्व है कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस देश के सभी आस्था के केंद्रों का विकास हो रहा है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, सोमनाथ, महाकाल बाबा मंदिर, बनारस का मंदिर समेत सभी मंदिरों का विकास कार्य तेजी से हो रहा है। देश के साथ ही विदेशों में भी मंदिर बन रहे हैं। अबु धाबी में एक बहुत अच्छा मंदिर बन रहा है, यह हमारे आस्था के केंद्र है, जो हमारी चेतना को जागृत करते हैं।
आंख से आंख मिलाकर बात होगी
उन्होंने चीन को लेकर कहा कि चीन की नीति सारी दुनिया जानती है। भारत अब इसको कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। यह न्यू इंडिया है, जिसका प्रतिनिधित्व पीएम मोदी कर रहे हैं। जब कोई बात होती है तो हमारे देश के प्रधानमंत्री आंख से आंख मिलाकर बात करेंगे। देश का कोई भी अहित नहीं होगा, इसका पूरा विश्वास है। इसके अलावा इंदौर में कई क्षेत्रों में पटाखों के प्रतिबंध को लेकर कहा कि जिला प्रशासन का निर्णय है। इसे लेकर मैं कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करता, लेकिन त्योहारों के अवसर पर जनता की भावना का सम्मान करना चाहिए।