संजय गुप्ता, INDORE. टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टी-20 मैच से उठा टिकट विवाद लगातार तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने इस मौके को भुनाते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सचिव राकेश यादव ने खुद को व्हिसलब्लोअर की संज्ञा देते हुए एमपी अगेंस्ट एमपीसीए करप्शन नाम से गैर राजनीतिक आंदोलन शुरू करने की घोषणा शुक्रवार (21 अक्टूबर) सुबह कर दी। उन्होंने कहा कि सिंधिया 20 साल से एमपीसीए पर कब्जा करके बैठे हैं, उन्हीं के लोग सदस्य बनाए जाते हैं। पूरा परिवारवाद चल रहा है, दादा के बाद बेटा और फिर पोता सदस्य बन रहा है। यही परिवारवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोध करते हैं, फिर एमपीसीए में यह कैसे चल रहा है? हम लगातार आवाज उठाएंगे और एमपीसीए के भ्रष्टाचार खोलने के लिए अलग-अलग जांच एजेंसियों को शिकायत करेंगे, वह कुछ नहीं करेंगे तो कोर्ट जाएंगे।
हमारे संपर्क कॉन्टैक्ट में 28 एमपीसीए सदस्य- कांग्रेस सचिव
यादव ने कहा कि एमपीसीए के अंदर भी सदस्य इनके भ्रष्टाचार से परेशान है। संस्था के 28 सदस्य भी हमारे संपर्क में हैं। शहर के बुद्धीजीवियों को भी हम आंदोलन में जोड़ रहे हैं। विविध खेल संगठन, डॉक्टर, वकील आदि भी हमारे साथ जुड रहे हैं।
कई अन्य घोटाले भी करेंगे उजागर
कांग्रेस सचिव राकेश यादव के मुताबिक, एमपीसीए में पिछले बीस साल के घोटाले के साथ राजनैतिक भ्रष्टाचार का खुलासा भी लगातार किया जाएगा। ग्वालियर चंबल संभाग से लेकर नर्मदापुरम संभाग और इंदौर संभाग में एमपीसीए के घोटालों को लेकर शासकीय विभागों में विधिवत शिकायतें दर्ज कराने के साथ ही कोर्ट में सबूतों समेत मामले दायर किए जाएंगे। यादव ने कहा कि इसके लिए एक लीगल सेल का गठन किया गया है।
फिर खांडेकर, पंडित पर लगाए आरोप
कांग्रेस सचिव ने फिर टिकट ब्लैक होने के लिए एमपीसीए प्रेसिडेंट अभिलाष खांडेकर और सीएओ रोहित पंडित को जिम्मेदार बताया। साथ ही टेंडर घोटाला, जीएसटी चोरी करने जैसे गंभीर आरोप लगाए। आरोप लगाते हुए कहा कि एमपीसीए को बताना चाहिए कि टिकट की कालाबाजारी क्यों और कैसे हुई? वे सही थे तो पुलिस में केस क्यों नहीं कराया, क्रिकेटर को एमपीसीए सदस्य क्यों नहीं बनाते? लड़ाई लंबी होगी, लेकिन हम लड़ेंगे।
टी-20 मैच का विवाद जारी है! अब एमपी अगेंस्ट एमपीसीए करप्शन आंदोलन शुरू, एमपीसीए पर भ्रष्टाचार-परिवारवाद के आरोप
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संजय गुप्ता, INDORE. टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टी-20 मैच से उठा टिकट विवाद लगातार तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने इस मौके को भुनाते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस सचिव राकेश यादव ने खुद को व्हिसलब्लोअर की संज्ञा देते हुए एमपी अगेंस्ट एमपीसीए करप्शन नाम से गैर राजनीतिक आंदोलन शुरू करने की घोषणा शुक्रवार (21 अक्टूबर) सुबह कर दी। उन्होंने कहा कि सिंधिया 20 साल से एमपीसीए पर कब्जा करके बैठे हैं, उन्हीं के लोग सदस्य बनाए जाते हैं। पूरा परिवारवाद चल रहा है, दादा के बाद बेटा और फिर पोता सदस्य बन रहा है। यही परिवारवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोध करते हैं, फिर एमपीसीए में यह कैसे चल रहा है? हम लगातार आवाज उठाएंगे और एमपीसीए के भ्रष्टाचार खोलने के लिए अलग-अलग जांच एजेंसियों को शिकायत करेंगे, वह कुछ नहीं करेंगे तो कोर्ट जाएंगे।
हमारे संपर्क कॉन्टैक्ट में 28 एमपीसीए सदस्य- कांग्रेस सचिव
यादव ने कहा कि एमपीसीए के अंदर भी सदस्य इनके भ्रष्टाचार से परेशान है। संस्था के 28 सदस्य भी हमारे संपर्क में हैं। शहर के बुद्धीजीवियों को भी हम आंदोलन में जोड़ रहे हैं। विविध खेल संगठन, डॉक्टर, वकील आदि भी हमारे साथ जुड रहे हैं।
कई अन्य घोटाले भी करेंगे उजागर
कांग्रेस सचिव राकेश यादव के मुताबिक, एमपीसीए में पिछले बीस साल के घोटाले के साथ राजनैतिक भ्रष्टाचार का खुलासा भी लगातार किया जाएगा। ग्वालियर चंबल संभाग से लेकर नर्मदापुरम संभाग और इंदौर संभाग में एमपीसीए के घोटालों को लेकर शासकीय विभागों में विधिवत शिकायतें दर्ज कराने के साथ ही कोर्ट में सबूतों समेत मामले दायर किए जाएंगे। यादव ने कहा कि इसके लिए एक लीगल सेल का गठन किया गया है।
फिर खांडेकर, पंडित पर लगाए आरोप
कांग्रेस सचिव ने फिर टिकट ब्लैक होने के लिए एमपीसीए प्रेसिडेंट अभिलाष खांडेकर और सीएओ रोहित पंडित को जिम्मेदार बताया। साथ ही टेंडर घोटाला, जीएसटी चोरी करने जैसे गंभीर आरोप लगाए। आरोप लगाते हुए कहा कि एमपीसीए को बताना चाहिए कि टिकट की कालाबाजारी क्यों और कैसे हुई? वे सही थे तो पुलिस में केस क्यों नहीं कराया, क्रिकेटर को एमपीसीए सदस्य क्यों नहीं बनाते? लड़ाई लंबी होगी, लेकिन हम लड़ेंगे।