जबलपुर. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में देश का सबसे बड़ा बम बनने जा रहा है। इसका नाम 500 kg GP बम है। जबलपुर के आयुध निर्माणी खमरिया (Ordnance Factory Khamariya, OFK) में इसके निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। डीआरडीओ (DRDO) की टीम इस काम की देखरेख के लिए यहां पहुंच गई है। 10 जनवरी को फैक्ट्री के सेक्शन F-6 में दो बमों की फिलिंग शुरू हो गई है। इस बम की खासियत इसकी मारक क्षमता है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (Defense Research and Development Organization) ने एक साल पहले बम (Bomb) पर रिसर्च किया था। जिसकी टेस्टिंग भी की जा चुकी है। टेस्टिंग से मिले नतीजों के बाद इसके प्रोडक्शन को शुरू किया गया है। इसकी फिलिंग का काम आयुध निर्माणी खमरिया में ही होगा।
पुणे की टीम फैक्ट्री पहुंची : इस बम के सिंगल इस्तेमाल से पूरे एयरपोर्ट को उड़ाया जा सकता है। यदि इसकी मारक क्षमता पर बात करें तो रेलवे ट्रैक, बड़े ब्रिज और बड़ी इमारतों को कुछ ही सेकेंडों में उड़ाया जा सकता है। विशेषज्ञों की माने तो बम तैयार करने में जिस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, उससे यह बंकर्स पर मुसीबत बनकर फटेगा। हाई एक्सप्लोसिव बम के लिए पुणे से हाई एनर्जी मटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (Laboratory)और अर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट पुणे की टीम भी आयुध निर्माणी खमरिया पहुंची है।
इस बम की खासियत : डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन ने बम के कई हिस्सों में बनाया है। एक बम में 15 मिमी. के 10,300 गोले स्टील के रहेंगे। विस्फोट के बाद हर एक गोला 50 मीटर तक टारगेट करेगा। खास बात यह है कि एक गोला 12 एमएम की स्टील प्लेट को भी भेद सकेगा। 500 किलो ग्राम वजनी बम की लंबाई 1.9 मीटर होगी। बम को जगुआर और सुखोई-30 पर अपलोड किया जा सके इसको ध्यान में रखकर किया गया है।