Gwalior : चम्बल बीते एक माह से गर्मी का कहर सह रहा है। मानसून की धीमी रफ्तार और प्री मानसून बरसात न होने से हालात और बिगड़ गए है । गर्मी का आलम ये है कि कभी ऐसा नही हुआ कि जून के महीने में गर्मी का पारा 46.2 डिग्री सेल्सियस पर टिका हो। मौसम विभाग का विश्लेषण भी चौंकाने वाला है कि आठ साल में 2022 ग्वालियर अंचल का सबसे गर्म साल रहा है।
मौसम बदलाव का बड़ा असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम में हो रहे बदलाव से ग्वालियर-चंबल संभाग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। इस साल औसत तापमान में 0.42 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है, वर्ष 2014 लेकर अब तक का सबसे गर्म साल 2022 रहा है। प्रदेश में सबसे गर्म क्षेत्र में ग्वालियर-चंबल संभाग अब्बल नंबर पर है, दूसरे स्थान पर भोपाल रहा है। इस साल अंचल ने मार्च व अप्रैल में मई व जून जैसी गर्मी का सामना किया है। इस वजह से सबसे गर्म साल दर्ज हुआ है। वरिष्ठ वैज्ञानिक व भोपाल मौसम केंद्र रडार प्रभारी डा वेदप्रकाश सिंह ने तापमान का तुलनात्मक अध्ययन किया है, जिसमें यह स्थिति सामने आई है।
गर्मी के सीजन की शुरुआत 1 मार्च से 31 मई तक रहता है, लेकिन इस बार राजस्थान की गर्म हवा अंचल के ऊपर हावी रही। मार्च, अप्रैल, मई में लू खूब चली है। लू के कारण अंचल जबरदस्त ढंग से तपा है। मार्च अप्रैल में भीषण गर्मी के मौसम ने लोगों काे चौंका दिया था बल्कि हाल भी बेहाल कर दिया।
प्रदेश के गर्मी के शिकार टॉप पांच शहर
1-ग्वालियर
2-भोपाल
3-शिवपुरी
4-दतिया
5-छतरपुर
पिछले दस सालों में सबसे गर्म साल
– वर्ष 2019 व 2020 सबसे गर्म साल थे।
-दूसरे नंबर पर 2016, जाे सबसे गर्म साल रहा।
-अब पहले नंबर पर सबसे गर्म साल 2022 हो गया है।