/sootr/media/post_banners/a43ad18a7e1114af5aadfd3de93c8c6609ade9f363ee2c976629ccf2a13347b3.png)
सागर (Sagar) जिले के बंडा थाने (Banda police station) में दो पक्षों के बीच विवाद में राजीनामें का अलग और अनोखा अंदाज देखने को मिला जहां थाने में पुलिस ने नहीं बल्कि गंगाजल ने दोनों के बीच समझौता कर दिया। दोनों पक्ष थाने मे मारपीट की शिकायत लेकर पहुंचे थे। जहां दोनों पक्ष एक दूसरे के पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। जिस पर पुलिस ने दोनो पक्षों पर कार्रवाई की बात कही। इस पर दोनों पक्ष थाना परिसर में बने मंदिर (temple) में पहुंच गए। जहां पंडित की मौजूदगी में गंगाजल ने सच-झूठ का फैसला किया। दोनों ने भगवान के सामने अपने-अपने सिर पर गंगाजल रखकर अपनी-अपनी गलतियां मानी और समझौता कर लिया। बंडा थाना क्षेत्र के ग्राम बूड़ाखेड़ा (budha kheda) में रहने वाले पुष्पेंद्र सिंह लोधी और सरपंच पति अमोल सिंह के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों एक दूसरे की शिकायत लेकर थाने पहुंच गए। जहां पुष्पेंद्र सिंह लोधी का कहना था कि सरपंच पति अनमोल सिंह (Anmol Singh) ने उसके साथ मारपीट की है। वहीं, अनमोल सिंह (Anmol Singh) ने पुष्पेंद्र सिहं लोधी पर बार-बार झुठी शिकायतें करने का आरोप लगाया। पुलिस ने दोनों की शिकायत सुनने के बाद दोनों पक्षों पर कार्रवाई की बात कही। ये सुनकर दोनों डर गए और थाना परिसर में बने राम मंदिर पहंच गए जहां दोनों ने पंडित के सामने गंगाजल सिर पर रख कर अपनी अपनी गलती मानते हुए एक दूसरे से समझौता कर लिया।
कार्रवाई के डर ने कराया समझौता
मामले में सरपंच पति अनमोल सिंह का कहना है की पुष्पेंद्र बार-बार झूठे आरोप लगाकर शिकायतें करता है। उसने मुझ पर 10 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया हैं। जबकि उसने मुझे एक नया पैसा तक नहीं दिया। और मुझे लोगों के सामने गाली दी जिस पर मैने उसे एक थप्पड़ मार दिया था। वहीं, पुष्पेंद्र सिंह लोधी (Pushpendra Singh Lodhi) ने बताया कि अनमोल सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister's Housing Scheme) की लिस्ट से उसके पिता का नाम अलग करवा दिया था। जिसका विरोध करने पर उसने मेरे साथ मारपीट की थी। हालांकि बाद में दोनों ने थाने में समझौता कर शिकायत वापस ले ली।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ दर्ज की थी शिकायत
बंडा थाना प्रभारी मानस द्विवेदी (Manas Dwivedi) के अनुसार दोनों ही शिकायतकर्ता एक ही परिवार के सदस्य है। दोनों के बीच 11 दिसंबर 2021 को न्यायालय परिसर के पास विवाद हुआ था। मामले में दोनों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई (preventive action) की गई थी। जिसके बाद उन्हे थाने बुलाया गया था। यहां आने के बाद दोनों ने मंदिर में जाकर राजीनामा कर समझौता कर लिया।
द-सूत्र ऐप डाउनलोड करें :
द-सूत्र को फॉलो और लाइक करें:
">Facebook | Twitter | Instagram | Youtube