छतरपुर. शहर में तेंदुए से दहशत (Panic of Leopard in chhatarpu) के माहौल से थोड़ी राहत मिली है। DFO अनुराग कुमार ने बताया कि तेंदुआ जंगल के पहाड़ी इलाके की तरफ चला गया है। फिलहाल वह रहवासी इलाके से दूर है। इस बात की संभावना है कि वो आगे चला जाए। साथ में इसकी भी संभावना है कि अगर वह भूखा होगा तो शहर में आसान शिकार पाने के लिए वापस आ सकता है।
20 घंटे में दो बार दिखा तेंदुआ
20 घंटे बाद शुक्रवार रात के 3 बजे तेंदुआ फिर शहर में घूमते हुए नजर आया। CCTV फुटैज में साफ दिख रहा है कि खाली सड़क पर तेंदुआ (chhatarpur Leopard video) दौड़ते हुए जा रहा है। इसके ठीक बाद एक कार सड़क से गुजरती है। ये वीडियो कोतवाली इलाके के ग्वालमगरा तालाब वाले रोड के पास गोवर्धन टॉकीज (govardhan talkies) की सड़क है। इससे पहले तेंदुए ने चौबे कॉलोनी (Choubey colony) में एक सुअर का शिकार किया था। वन विभाग (Forest department) की टीम 30 घंटे बाद भी तेंदुए का रेस्क्यू नहीं कर पाई है।
स्टेडियम के सामने दिखा था
#MadhyaPradesh
छतरपुर रिहायशी इलाके में घुसा तेंदुआ।
तेंदुए की तलाश में जुटा वन विभाग का अमला। ड्रोन से की जा रही सर्चिंग। DFO अनुराग कुमार की लोगों से घरों में रहने की अपील।#Chattarpur pic.twitter.com/drG5MNgZPV— TheSootr (@TheSootr) December 23, 2021
स्टेडियम के सामने रहने वाले गर्ग परिवार के घर के बाहर तेंदुए की तस्वीरें 23 दिसंबर को सुबह लगभग 7:00 बजे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। तस्वीरों के वायरल होने के बाद पूरे शहर में हड़कंप का माहौल बना हुआ है। वहीं, गर्ग परिवार की सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग (Forest department) की टीम लगातार सर्चिंग कर रही है। DFO समेत आला अधिकारी सर्चिंग (Leopard searching in chhatarpur) का जायजा ले रहे हैं। लेकिन इसके बाद तेंदुए का रेस्क्यू नहीं हो पाया है।
लोगों से घरों में रहने की अपील
संभावित क्षेत्रों में लगातार वन विभाग की टीम सर्चिंग का काम कर रही है। इसके अलावा ड्रोन कैमरे (Leopard drone searching) के जरिए भी तेंदुए को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। मामले की सूचना पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger reserve) को भी दी गई है और वहां से भी तेंदुए की रेस्क्यू के लिए टीम बुलाई गई है। DFO अनुराग कुमार ने लोगों से सावधान और घरों के अंदर रहने की अपील की है। इसके अलावा ऐहतियातन गर्ल्स कॉलेज को भी खाली करवाया गया है, फिलहाल वन विभाग की टीम के द्वारा शहर में सर्चिंग की जा रही है।
तेंदुआ शहर में घुसा कैसे?
लेकिन बड़ा सवाल है कि तेंदुआ शहरी इलाके में कहां से और कैसे पहुंच गया। बहरहाल जब तक तेंदुए का रेस्क्यू नहीं हो जाता जब तक शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं, प्रत्यक्षदर्शी लोकेश गर्ग ने बताया कि मैं सुबह उठा तो मेरा डॉग भौंक रहा था। वह बार-बार जाली की ओर इशारा कर रहा था। इस पर मैंने जाली को हिलाया, तो एक जानवर अचानक से बाहर निकलकर तेजी से भागा। इस पर मैं वापस आया तो देखा कि मैंने जो अलाव के लिए लकड़ियां रखी थीं, वो फैली हुई थीं। मेरे नौकर ने बताया कि यहां तेंदुआ था।
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