भोपाल. आज से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो गई है। जिसके बाद मध्यप्रदेश में शराब सस्ती हो गई है। विदेशी शराब के दाम 20% तक कम हो गए हैं। वहीं उसके उलट दवाईयों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि NPPA ने दवाओं के रेट 10.7 फीसदी बढ़ा दिए हैं। इससे सामान्य बीमारियों के इलाज में उपयोग होने वाली करीब 872 प्रकार की दवाएं महंगी हो जाएंगी।
एक्साइज ड्यूटी तीन प्रतिशत घटाई : नई आबकारी नीति के मुताबिक, शराब की फुटकर बिक्री दरों में लगभग 20 प्रतिशत की कमी होगी। विदेशी शराब पर एक्साइज ड्यूटी तीन प्रतिशत घटाई गई है। इसे 13% से घटाकर 10% कर दिया गया है। सभी जिलों की देशी-विदेशी शराब दुकानों को छोटे सिंगल क्लस्टर की तर्ज पर चलाया जा सकता है। वहीं राज्य में उगाए गए अंगूर से बनी शराब पर कोई एक्साइज ड्यूटी नहीं लगेगी।
कौन सी दवाएं हो रही महंगी : आज से बुखार, इन्फेक्शन, हार्ट डिसीज, हाई ब्लड प्रेशर, त्वचा रोग और एनीमिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं महंगी हो जाएंगी। इसके अलावा पैरासिटामॉल, एजिथ्रोमाइसिन जैसी दवाओं की कीमतें भी बढ़ेंगी।
क्यों बढ़ते हैं दवाई के रेट ? : ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर 2013 के क्लॉज 16 के मुताबिक, NPPA को हर साल के 1 अप्रैल को या उससे पहले पूर्ववर्ती कैलेंडर वर्ष के लिए एनुअल होलसेल प्राइस इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) के अनुसार अनुसूचित फॉर्मुलेशन की अधिकतम कीमत को संशोधित करने की अनुमति है। इसी आधार पर हर साल 1 अप्रैल से नई कीमतें लागू होती हैं। जिसके बाद इस साल दवाई की कीमतों में 10.7 प्रतिशत इजाफे को हरी झंडी दी गई है।