Bhopal. देश और प्रदेश में भले ही लॉकडाउन (Lockdown) हट चुका है और सारी व्यवस्थाएं पुराने पैटर्न (Pattern)में लौटने के साथ ही स्कूल और कॉलेजों की परीक्षाएं भी आनलाइन की जगह आफलाइन होने लगी है। मगर प्री पॉलीटेक्निक टेस्ट (PPT) पर लगातार तीसरे साल भी लॉकडाउन रहेगा। इस साल भी एडमिशन कोरोनाकाल के पैटर्न पर ही दिया जाएगा। लगातार तंगी में जा रहे प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB) को एक और झटका देते हुए राज्य शासन ने सभी सरकारी या प्रायवेट पॉलीटेक्निक संस्थाओं (Polytechnic College) में एडमिशन के नए नियम जारी कर दिए हैं।
इंजीनियरिंग और मेडिकल सहित महत्चपूर्ण परीक्षाओं से दूर हो चुके पीईबी के लिए इस बार भी बुरी खबर है। दो साल बाद पीपीटी कराने की तैयारी में जुटे पीईबी के कदम तकनीकी शिक्षा विभाग ने रोक दिए है। अब इस साल भी पीईबी को पीपीटी कराने का मौका नहीं मिलेगा। जैसे कोरोना काल में बिना पीपीटी के ही डिप्लोमा कोर्सेस (Diploma courses) में एडमिशन दिए गए थे। अब फिर आनलाइन काउंसलिंग (Online Counsiling) के जरिए एडमिशन होंगे। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। तकनीकी शिक्षा विभाग ने एमपी आनलाइन को इस संबंध में तैयारी करने को बोल दिया है।
अब दसवीं की मेरिट पर मिलेगा प्रवेश
इस साल भी कोरोना काल के बीते दो सालों के पैटर्न पर ही प्रवेश दिए जाएंगे। बता दें कि पिछले दो सालों से पीपीटी नहीं हो सकी है। दसवीं की मेरिट के आधार पर ही एमपी आनलाइन से काउंसलिंग कर प्रवेश दिए गए थे। इसके बाद कालेज लेवल काउंसलिंग से भी प्रवेश हुए थे। अब शैक्षणिक सत्र 2022—23 में भी यही पैटर्न अपनाया जाएगा। इसमें इस साल दसवीं पास करने वालों के अलावा डिप्लोमा के जरिए अपना करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थी भी शामिल हो सकते हैं।
137 संस्थाओं में होना है एडमिशन
प्रदेश में कुल 137 प्रायवेट एवं सरकारी पॉलीटेक्निक संचालित हो रहे हैं। इनमें इंजीनियरिंग से जुड़े सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, आटोमोबाइल, कंम्यूटर साइंस, इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी, रिफाइनरी एंड पेट्रो केमिकल्स, फैशन टेक्नोलॉजी,रेफ्रिजिरेशन से जुड़े पाठ्यक्रमों में डिप्लोमा कराया जाता है। वहीं नॉन पीपीटी कोर्सेस में भी सीधे प्रवेश कालेज स्तर पर दिया जाता है। इनमें भी फोटोग्राफी, कामर्शियल प्रेक्टिस, कंप्यूटर, फैशन सहित कई कोर्सेस में डिप्लोमा कराया जाता है।
साल दर साल तंग हो रहा पीईबी का हाथ
छ़ात्र-छात्राओं के लिए भले ही यह राहत देने वाली खबर हो, लेकिन पीईबी के बुरे दिन बढ़ाने वाला ही कदम है। पिछले सालों में इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, एग्रीकल्चर सहित विभिन्न प्रोफेशनल कोर्सेस में एडमिशन नेशनल लेवल की कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए एडमिशन होने लगे हैं। ऐसे में पीईबी के हाथ से पीईटी, पीएमटी, पीएटी तथा लॉ की परीक्षाएं निकल चुकी हैं। आयुष के लिए पहले पीईबी अलग से प्रवेश परीक्षा पाहुट कराता था, वह भी खत्म हो चुकी है। वहीं पीपीटी में भी कुल इन टेक के बराबर भी परीक्षार्थी शामिल नहीं हो रहे थे। अधिकांश छ़ात्र इंजीनियरिंग करने लगे हैं। ऐसे में अब पीपीटी भी हाथ से निकलने से पीईबी को नुकसान उठाना पड़ेगा। पीईबी अब केवल प्रवेश से ज्यादा भर्ती परीक्षाओं पर निर्भर होते जा रहा है। इसमें भी हर साल गड़बड़ी व फर्जीवाड़े के आरोप पीईबी पर लगते हैं।