Bhopal. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MCU) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर B.K. Kuthiyala दोबारा जांच में घिर गए हैं। बीके कुठियाला पर पद का दुरुपयोग और यूनिवर्सिटी के पैसों का निजी उपयोग करने के आरोप हैं। EOW ने कुठियाला के खिलाफ शिकायतों की जांच में उन्हें क्लीन चिट दी और जांच बंद की तो 11 अप्रैल को स्पेशल कोर्ट ने EOW की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। स्पेशल जज अमित रंजन समाधिया का कहना है कि सही तरीके से जांच नहीं हुई है। मामले में आगे जांच होनी चाहिए।
पत्नी के लिए टिकट बुक कराई
प्रोफेसर B.K. Kuthiyala ने अक्टूबर 2013 में अपनी पत्नी मधु कुठियाला के लिए 39 हजार 600 रुपए की फ्लाइट की टिकट बुक कराई। इसे उन्होंने MCU के अकाउंट से खरीदा था। हालांकि उन्होंने 4 महीने बाद ये पैसे वापस यूनिवर्सिटी को लौटा दिए थे। लेकिन कोर्ट का कहना है कि यूनिवर्सिटी के पैसों से टिकट कराने पर ही पद का दुरुपयोग हो गया था।
कुठियाला ने फोन गुम होने की FIR नहीं कराई
प्रोफेसर B.K. Kuthiyala ने यूनिवर्सिटी के पैसों से आईफोन-6 और आईफोन-4 लिया था। उन्होंने जांच के दौरान एक टूटा-फूटा आईफोन-6 जमा कराया था। जांच में पता चला कि उसका IMEI नंबर अलग था जो उन्होंने खरीदा था। बीके कुठियाल ने टूटे फोन की राशि जमा नहीं की थी। कुठियाला का कहना था कि दूसरा आईफोन गुम हो गया है। लेकिन उन्होंने उसके लिए कोई FIR नहीं कराई।
यूनिवर्सिटी के पैसों से वाइन कैबिनेट खरीदा
ऐसे आरोप हैं कि प्रोफेसर B.K. Kuthiyala ने अपने घर के दफ्तर के नाम पर फर्नीचर, वाइन कैबिनेट और अन्य सामान खरीदे थे। स्पेशल कोर्ट के आदेश में कहा गया कि अधिकारी ने इस मामले की जांच नहीं की। यूनिवर्सिटी के नियमों को ताक पर रखा गया।
लैपटॉप और एक्वेरियम पर भी सवाल
MCU के पूर्व कुलपति B.K. Kuthiyala ने 29 फरवरी 2016 को 1 लाख 17 हजार का लैपटॉप खरीदा था। लेनेवो कंपनी के इस लैपटॉप की कीमत 2 साल बाद सिर्फ 13 हजार 104 रुपए लगाई गई। स्पेशल कोर्ट ने पूछा कि दो साल में लैपटॉप की कीमत 90 प्रतिशत कम कैसे हो गई। इसकी जांच क्यों नहीं की गई। B.K. Kuthiyala ने 25 अप्रैल 2018 को 10 हजार 200 रुपए का एक्वेरियम खरीदा, लेकिन उस राशि को उन्होंने यूनिवर्सिटी के उपयोग में लाने के लिए राशि समायोजन की नोटशीट लिखी।
यूनिवर्सिटी के पैसों से की यात्रा
प्रोफेसर B.K. Kuthiyala ने दिल्ली, वाराणसी, जयपुर की यात्रा पर 28 हजार 196 रुपए खर्च किए। ये पैसे भी यूनिवर्सिटी के ही थे। नई दिल्ली में सरकारी खाते से जमा कराए 12 हजार 218 रुपए वापस जमा कराने के लिए कहा गया था। लेकिन प्रोफेसर कुठियाला ने वो राशि जमा नहीं कराई।
शिकायतकर्ता ने कोर्ट में पेश किए थे दस्तावेज
मामले के शिकायतकर्ता आशुतोष मिश्रा का कहना है कि MCU से जुड़ी अनियमितताओं की शिकायत की थी। केस खत्म होने पर कोर्ट ने बात रखने का मौका दिया तो दस्तावेज पेश किए। EOW की स्पेशल कोर्ट ने दोबारा बड़े दायरे में जांच करने की बात की है। शिकायतकर्ता ने यूनिवर्सिटी में 2010 में हुई 8 नियुक्तियों को लेकर जनहित याचिका लगाई थी। बिना विज्ञापनों के नियुक्तियां की गई थीं। 3 रीडर्स को लेकर भी केस किया गया है, जिस पर विचार किया जा रहा है।