भोपाल. मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) हैं। आदिवासियों (Adivasi) को अपने पक्ष में करने को लेकर बीजेपी (BJP) एक तरह से चुनावी मोड में आ गई है। इसी कड़ी में 24 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (BJP State Chief VD Sharma) ने विधायकों से वन-टू-वन (One to one) चर्चा की। पंचायत से लेकर विधानसभा चुनाव तक की तैयारी से जुड़े सवाल किए गए। ज्यादातर विधायकों (MLAs) ने इस सवाल का जवाब देने से पहले अपना दुखड़ा जताया।
अफसर नहीं सुनते, क्या करें
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर-चंबल संभाग (Gwalior-Chambal Division) के विधायकों ने कहा कि सरकार में काम नहीं होते। जनता के बीच जाने का सबसे मजबूत आधार उनके कामों का होना होता है, लेकिन अफसर तवज्जो नहीं देते। एक विधायक ने कहा कि प्रमुख सचिव (Principle Secretary) और कलेक्टर (Collector) विधायकों की सुनते नहीं हैं। महाकौशल क्षेत्र के विधायकों ने भी कहा कि इस अंचल से सरकार में प्रतिनिधित्व (Representation) होना चाहिए।
बैठक का समय बदलने को लेकर भी गहमागहमी
BJP के बड़े नेताओं के बीच इसे लेकर चर्चा है कि विधायकों की बैठक 24 नवंबर की दोपहर को होने वाली थी, लेकिन समय अचानक से शाम 5 बजे कर दिया गया। सभी विधायक सुबह 11 बजे BJP ऑफिस पहुंच गए थे। विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी देर से शुरू हुई। दोपहर करीब 12 बजे विधायकों को बताया कि 6 संभागों की संयुक्त बैठक शाम को होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश से बाहर थे, उनके आने के बाद बैठक शुरू हुई।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि 24 और 25 नवंबर को विधायकों की बैठक होना संगठन स्तर पर 6 दिन पहले ही तय हो गया था। BJP दफ्तर से इसकी सूचना भी विधायकों को भेज दी गई थी। ऐसे में मुख्यमंत्री का 24 नवंबर को तमिलनाडु धार्मिक यात्रा पर जाने को लेकर संगठन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसको लेकर भी चर्चा है कि विधायकों की बैठक का समय बदलने की एक वजह मुख्यमंत्री का मौजूद नहीं होना (CM Absence) थी।
राष्ट्रीय महामंत्री तीन दिन के मध्य प्रदेश दौरे पर
BJP के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष 28 से 30 नवंबर तक मध्य प्रदेश दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे 28 नवंबर को ग्वालियर में RSS प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात कर सकते हैं। संगठन पदाधिकारियों की बैठक भी ले सकते हैं। संतोष के अचानक मप्र प्रवास को लेकर कई अटकलें चल रही हैं। कहा जा रहा है कि प्रदेश कार्यसमिति (Working Committee) की बैठक के बाद संतोष के आने की बड़ी वजह हो सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 27 नवंबर को ग्वालियर जाएंगे।
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