भोपाल. मध्य प्रदेश उपचुनाव (MP By Election) में बीजेपी ने एक बार फिर बाजी मार ली। एक लोकसभा (खंडवा) और 3 विधानसभा (जोबट, पृथ्वीपुर और रैगांव) में 30 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी। 2 नवंबर को आए नतीजे में खंडवा लोकसभा सीट और जोबट-पृथ्वीपुर में बीजेपी ने जीत दर्ज की। रैगांव में कांग्रेस की कल्पना वर्मा जीतीं। उन्होंने बीजेपी की प्रतिमा बागरी को हराया। प्रतिमा ने 14 राउंड बाद हार मान ली और मतगणना स्थल से निकल गईं।उधर, खंडवा में 80 हजार से ज्यादा वोटों से पिछड़ने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी ने हार मान ली। वे मतगणना स्थल छोड़कर चले गए। यहां से बीजेपी प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की जीत है।
जोबट में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
जोबट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। इस बार मामला जरा अलग रहा। सुलोचना रावत चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई थीं। बीजेपी ने उन्हें टिकट भी दे दिया। इसका विरोध भी हुआ, पर सुलोचना ने जीतकर सबको खामोश कर दिया। 30 राउंड की काउंटिंग में सुलोचना ने कांंग्रेस के प्रत्याशी महेश पटेल को 6 हजार वोटों से हराया। सुलोचना चौथी बार विधायक बनी हैं।
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रैगांव में कल्पना ही हकीकत
रैगांव सीट पर कड़ा मुकाबला चला। 14 राउंड की गिनती के बाद बीजेपी की प्रतिमा बागरी हार स्वीकार कर ली। वे मतगणना स्थल से चली गईं और लोगों का अभिवादन कर धन्यवाद जताया।
रैगांव सीट 1977 में बनी थी। सबसे पहले यहां जनता पार्टी के विश्वेश्वर प्रसाद जीते। 1980 और 1985 में यहां से कांग्रेस जीती। 1990 में जनता दल के धीरज सिंह धीरू जीते। 1993 में बीजेपी के जुगलकिशोर बागरी जीते। बागरी 1998, 2003 और 2008 में भी बागरी जीते।
पृथ्वीपुर में भी बीजेपी की हुई ‘पृथ्वी’
पृथ्वीपुर में भी बीजेपी ने 15 हजार वोट से जीत दर्ज की। रिजल्ट से पहले कांग्रेस प्रत्याशी नितेंद्र सिंह राठौर ने हार मान ली। नितेंद्र सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी शिशुपाल सिंह यादव को जीत की बधाई दी है। इससे पहले यहां नितेंद्र के पिता ब्रजेंद्र सिंह राठौड़ विधायक थे। कोरोना के चलते उनकी मौत हो गई थी।
ये है मध्य प्रदेश का गणित
खंडवा लोकसभा सीट: बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटिल का मुकाबला कांग्रेस के रामनारायण सिंह पुरनी से था। पहले ये सीट बीजेपी के नंदकुमार सिंह चौहान के पास थी। इस बार भी बीजेपी के पास ही रही।
जोबट विधानसभा सीट (अलीराजपुर): बीजेपी की सुलोचना रावत की टक्कर कांग्रेस के महेश पटेल से थी। पहले ये सीट कांग्रेस के पास थी। इस बार बीजेपी ने सेंध लगा दी।
रैगांव विधानसभा सीट (सतना): यहां बीजेपी की प्रतिमा बागरी के खिलाफ कांग्रेस की कल्पना वर्मा मैदान में थी। इस सीट पर पहले बीजेपी के जुगलकिशोर बागरी काबिज थे। इस बार ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गई।
पृथ्वीपुर विधानसभा सीट (निवाड़ी): यहां बीजेपी के शिशुपाल सिंह यादव का कांग्रेस के नितेंद्र राठौड़ से मुकाबला था। ये सीट पहले कांग्रेस के ब्रजेंद्र सिंह राठौड़ के पास थी। नितेंद्र, ब्रजेंद्र के बेटे हैं। शिशुपाल ने नितेंद्र को हरा दिया।
13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे
मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और दादरा-नगर हवेली की लोकसभा (Lok Sabha) सीट पर उपचुनाव हुआ था। इसके अलावा असम की 5, पश्चिम बंगाल की 4, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय की 3-3 सीटों पर वोटिंग हुई थी। बिहार, राजस्थान और कर्नाटक में 2-2, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक सीट पर भी मतदान हुआ था।