राजेश शर्मा, धार। मध्य प्रदेश की सियासत के केंद्र में इन दिनों जनजाति समुदाय यानी आदिवासी बने हुए हैं। 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय गौरव सप्ताह का समापन किया। आदिवासियों को साधने की वजह 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। धार के धरमपुरी में एक थाने के लोकार्पण में बीजेपी की पूर्व मंत्री रंजना बघेल और जयस (जय युवा आदिवासी संगठन- JYAS) के विधायक डॉ. हीरालाल अलावा पहुंचे। दोनों ने एक दूसरे पर निशाना साधा। धार आदिवासी बहुल जिला है। अलावा और बीजेपी नेता के वाकयुद्ध से जिले की सियासत गरमा गई है।
बीजेपी के सभी नेता पीला गमछा डालकर घूम रहे- जयस नेता
जयस नेता डॉ. हीरालाल अलावा (Hira Lal Alawa) ने कहा कि पीएम से लेकर सीएम, गृह मंत्री अमित शाह, मप्र के विधायक, मंत्री पीला गमछा डालकर घूम रहे हैं। ये जयस की वैचारिक क्रांति है। इससे बीजेपी में खौफ साफ नजर आ रहा है। पीले गमछे पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन खुद पीला गमछा पहन रहे हैं। भगवा छोड़कर पीला गमछा पहन रहे हैं। ये लोग आरोप लगाते रहते हैं, इनकी फितरत है। झूठ बोलने में इनको महारत हासिल है। कमलनाथ जी के नेतृत्व में आज अच्छा काम हो रहा है। हम लोग गांव-गांव जा रहे हैं। 2023 में मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनेगी। यह जयस की वैचारिक क्रांति हैं, जिसका डर इन लोगों (BJP) में नजर आ रहा है।
चोरियों में पीले दुपट्टे वाले शामिल- बीजेपी
बीजेपी की पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने कहा कि शिवराज ने जितना पुलिस विभाग को मजबूत किया, इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम किए, इसे लेकर उन्हें बधाई देती हूं। अभी कुछ दिन पहले चोरी हुई थी, उसमें पीले दुपट्टे वाले शामिल थे। पीले दुपट्टे वाले जब से आए हैं, तब से ही चोरियां बढ़ी हैं। कमलनाथ सरकार में डेढ़ साल के भीतर फरियादी लोग परेशान हो रहे थे। पुलिस ने कुख्यात क्षेत्र जामदा-भूतिया में दबिश दी तो पुलिस पर दुष्कर्म के आरोप लगाए गए। मानवाधिकार टीम से जब इसकी जांच कराई गई तो पुलिस की कार्रवाई सही पाई गई। इन लोगों (अलावा गुट) का काम ही आरोप लगाना है। हीरालाल अलावा का एक सरपंच खास आदमी है, सरपंच का बेटा तमंचे के जखीरे के साथ पकड़ाया है। इन्हीं के लोग अपराध और अपराधियों को संरक्षण देते हैं।
क्या है पीला दुपट्टा?
पीला दुपट्टा आदिवासी संगठनों का प्रतीक माना जाता है। फिलहाल मध्य प्रदेश में यह जयस की पहचान है। बीते कुछ समय से बीजेपी के कई बड़े नेता आदिवासियों से जुड़े कार्यक्रम में पीला दुपट्टा डालकर शिरकत कर चुके हैं। जयस नेता डॉ. हीरालाल अलावा कांग्रेस से विधायक हैं।