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भोपाल. मध्य प्रदेश में बच्चों के एग्जाम कैसे होंगे, इस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नए संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक हम ऑफलाइन परीक्षाओं की तरफ हम जा रहे हैं। 18 साल से ज्यादा के युवाओं का वैक्सीनेशन हो चुका है। एक बार में अगर 300 छात्र बैठते हैं तो कोविड गाइडलाइन का पालन करके इस तरह से (ऑफलाइन) परीक्षा दी जा सकती है। अगर कोई छात्र/छात्रा कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे अगले सेमेस्टर के लिए मौका मिल सकता है।
वर्तमान में कॉलेज की परीक्षा #Offline तरीके से करवाने पर सरकार विचार कर रही है।
कॉलेजों में #Corona गाइडलाइन का पालन करते हुए छात्र परीक्षा दे सकते हैं। अगर कोई छात्र-छात्रा कोरोना संक्रमित होता है तो वह स्वस्थ होने के बाद परीक्षा दे सकता है।#MPFightsCorona#Examspic.twitter.com/jqyMedqYFk
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) January 18, 2022
प्री-बोर्ड घर से ही होंगी: उधर, प्रदेश में 10वीं और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम घर से ही देना होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घर से ही परीक्षा देने की घोषणा की गई थी। स्कूल शिक्षा विभाग ने 20 जनवरी से इसे शुरू करने का शेड्यूल जारी किया है। 10वीं और 12वीं के बच्चों को स्कूल से क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट मिलेंगी। घर में परीक्षा देने के बाद तय समय पर आंसर शीट स्कूल में जमा करनी होंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को अपनी होमवर्क कॉपी में प्रश्न बैंक से उत्तर हल करना होगा। यही उनका प्री-एग्जाम माना जाएगा।