इंदौर. शहर के एक ट्रैफिक कॉन्स्टेबल रंजीत सिंह डांसिंग स्टेप्स से गाड़ियां कंट्रोल करने के लिए मशहूर हैं। अब रंजीत लद्दाख में ट्रैफिक में ट्रैफिक कंट्रोल करने के गुर सिखाएंगे। कुछ दिन पहले लद्दाख के एसपी ने इंदौर पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख रंजीत को लद्दाख भेजने का अनुरोध किया था। इंदौर के रंजीत सिंह संभवत: देश के ऐसे पहले ट्रैफिक जवान हैं, जो किसी दूसरे प्रदेश में जाकर यातायात के गुर सिखाएंगे। रंजीत वहां 1 अप्रैल से पांच दिन तक ट्रेनिंग देंगे।
यातायात कॉस्टेबल श्री रंजीत सिंह लद्दाख में देंगे ट्रेनिंग
लद्दाख SP ने इंदौर पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र
1 अप्रैल से पांच दिन तक देंगे ट्रेनिंग@drnarottammisra@CP_INDORE@JmuKmrPolice@igpjmu#JansamparkMP pic.twitter.com/nx95Flf5eR
— Home Department, MP (@mohdept) March 26, 2022
लद्दाख के ट्रैफिक एसपी मोहम्मद रफी गिरी ने इंदौर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र से फोन पर चर्चा की थी। इसके बाद लद्दाख पुलिस की ओर से ऑफिशियल लेटर भेजा गया। इसमें रंजीत सिंह को कुछ दिनों के लिए वहां भेजने की बात लिखी गई है। लद्दाख में गर्मियों के दौरान पर्यटकों की संख्या ज्यादा हो जाती है और गाड़ियों का दबाव भी बढ़ जाता है। ऐसे में रंजीत लद्दाख के ट्रैफिक जवानों को भी ट्रैफिक कंट्रोल करने के गुर सिखाएंगे तो जवानों को टूरिस्ट सीजन में आसानी होगी।
हर महीने जूतों पर खर्च करते हैं पैसे: रंजीत के मुताबिक, यह डांस करना आसान नहीं है। इसमें जूते घिस जाते हैं। इस कारण हर महीने जूतों पर 1500 रुपए खर्च करने पड़ते हैं।
बच्चे से मिली प्रेरणा: रंजीत 17 साल पहले ट्रैफिक डिपार्टमेंट में नौकरी पर लगे थे। उनकी पहली इंदौर के ड्यूटी हुकुमचंद घंटाघर पर लगी। वहां एक दिन भीख मांगने वाला बच्चा उन्हें लगातार 4 घंटे तक देखता रहा। बच्चे ने रंजीत से कहा था कि मैं आपका डांस देखने में सब भूल गया। तब रंजीत को लगा कि अगर मैं एक बच्चे की भूख कंट्रोल कर सकता हूं तो फिर इस ट्रैफिक को भी इसी तरह से कंट्रोल करूंगा।
बच्चे से मिली प्रेरणा: रंजीत 17 साल पहले ट्रैफिक डिपार्टमेंट में नौकरी पर लगे थे। उनकी पहली इंदौर के ड्यूटी हुकुमचंद घंटाघर पर लगी। वहां एक दिन भीख मांगने वाला बच्चा उन्हें लगातार 4 घंटे तक देखता रहा। बच्चे ने रंजीत से कहा था कि मैं आपका डांस देखने में सब भूल गया। तब रंजीत को लगा कि अगर मैं एक बच्चे की भूख कंट्रोल कर सकता हूं तो फिर इस ट्रैफिक को भी इसी तरह से कंट्रोल करूंगा।
मून वॉक कर लेते हैं: रंजीत सिग्नल पर खास स्टेप्स के साथ गाड़ियों की आवाजाही को कंट्रोल करते हैं। उनके स्टेप्स की तुलना माइकल जैक्सन के सिग्नेचर स्टेप 'मून वॉक' से की जाती है। रंजीत कहते हैं- मैं भी माइकल जैक्सन का फैन हूं, इसलिए लोग उनसे तुलना कर रहे हैं तो अच्छा लग रहा है। रंजीत का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है। उन्हें ये सम्मान कोरोना काल में की गई सेवा के लिए मिला।