BHOPAL. मध्य BHOPALप्रदेश के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपा दिया है। कई जगह बाढ़ के हालात हैं। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश भोपाल में 7.5 इंच हुई है। नर्मदापुरम जिले में नेशनल हाईवे बंद हो गया है। नरसिंहपुर से जबलपुर पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। खंडवा में नर्मदा नदी उफान पर है। 7 फोटोज में देखिए बाढ़ के हालात...
सुखतवा नदी में बाढ़ से पुल पर पानी आ गया है, जिससे औबेदुल्लागंज-बैतूल नेशनल हाईवे 22 अगस्त सुबह 4 बजे से बंद है। पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। तवा डैम के 7, रायसेन के बारना के 6, जबलपुर बरगी डैम के 17 गेट खोले गए हैं।
बावड़ियाकलां इलाके की पॉश कॉलोनी इंडस एम्पायर में पानी भर गया। कई घरों की पहली मंजिल डूबने से यहां के 40 मकानों में 18 परिवार फंस गए। जिसके बाद राफ्ट की मदद से लोगों को रेस्क्यू किया गया। शहर में रविवार-सोमवार के दरमियान 7.5 इंच से ज्यादा बारिश हुई है।
मुलताई में गोधनी मार्ग पर अंबोरा नदी पर बनी पुलिया का एक हिस्सा ढह गया। तेज बारिश के कारण मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को जोड़ने वाला सदा प्रसन्न घाट भी दो जगह से धंस गया। आधी सड़क लगभग खत्म हो गई है।
सीधी में शनिवार-रविवार की रात बारिश होती रही। रविवार शाम को डिहुली पंचायत के परसोना निवासी दो युवक सुरेश केवट (24) और राजेश केवट (30) सोन नदी में फंस गए। करीब 14 घंटे बाद SDRF की टीम ने दोनों को सुरक्षित निकाला। दोनों मछली पकड़ने गए थे।
लगातार बारिश से नर्मदा नदी उफान पर है। झांसी घाट का पुल डूबने से जबलपुर-नरसिंहपुर मार्ग बंद हो गया है। ककरा घाट का पुल भी डूब गया है। तेंदूखेड़ा-गाडरवाड़ा मार्ग भी बंद है। पुलिस बल और रेस्क्यू टीम जरूरी स्थानों पर तैनात है।
ग्वारीघाट के पास नर्मदा नदी से करीब 70 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुकानें डूब चुकी हैं। यहां बरगी डैम के 30 में से 17 गेट खुलने से नर्मदा रौद्र रूप में आ गई है। ये गेट रविवार शाम को खोले गए। यहां से पानी नर्मदापुरम में 30 से 36 घंटे में पहुंचता है।