Bhopal. मध्यप्रदेश में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है। बुधवार को दोपहर बाद मौसम में बदलाव हुआ। आसमान पर बदली छाई, कई जिलों में तेज हवाएं चलने के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ। बारिश ने न केवल वातावरण में ठंडक घोल दी, बल्कि गर्मी से निजात भी दिलाई। पूर्वी मप्र में वातावरण में नमी बढ़ने के कारण गुरुवार को कई जिलों में तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 35 से 41 डिग्री, न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस रहेगा। इधर मानसून अरब सागर से आगे बढ़कर प्रदेश की महाराष्ट्र से लगी सीमा तक आ चुका है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, खंडवा, गुना, रतलाम, और धार में भारी बारिश की चेतावनी दी है, तो वहीं शहडोल, भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और इंदौर संभाग के 21 जिलों में हल्की बारिश के अनुमान हैं।
कहां कितनी हुई बारिश ?
बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खंडवा में 20, मंडला में 20, सतना में 14, सीधी में 12, छिंदवाड़ा में 10, सिवनी में आठ, उमरिया में तीन, रीवा में एक मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि जबलपुर और खजुराहो में बूंदाबांदी हुई। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 42.7 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर में दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा। भोपाल का अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डग्री, इंदौर का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री और जबलपुर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
एमपी की बॉर्डर पर पहुंचा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून मध्य प्रदेश की बॉर्डर पर पहुंच गया है। लेकिन राज्य में प्रवेश करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास मौजूद है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन असम तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उत्तरी अरब सागर में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा ट्रफ लाइन दक्षिणी बिहार से पूर्वी मध्य प्रदेश होते हुए आंध्र प्रदेश तक गुजर रही है।