भोपाल. मध्यप्रदेश में एक हफ्ते से भी ज्यादा दिनों से जारी बारिश का दौर अब थमेगा। सेंट्रल एमपी में सिस्टम के कमजोर होने से अब भारी बारिश की जगह हल्की बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एक्टिविटी होने के कारण इंदौर, रतलाम और मंदसौर में कुछ ज्यादा बारिश हुई। 9 अगस्त को भोपाल में सावन की पहली धूप खिली। कम बारिश के चलते 12 जिले अब भी रेड जोन में हैं। प्रदेश में फिलहाल कोई मजबूत सिस्टम नहीं है। 15 अगस्त के बाद ही मौसम की स्थिति साफ हो सकेगी।
ट्रफ लाइन उत्तर की तरफ खिसक रही
मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश का सिस्टम उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश से पूर्वी यूपी के पास शिफ्ट हो गया है। इसी कारण रीवा डिवीजन में बारिश हो रही है। मॉनसून की ट्रफ लाइन धीरे-धीरे उत्तर की तरफ जा रही है। 10 अगस्त के बाद यह तराई क्षेत्र में चली जाएगी। इस कारण अब भारी बारिश नहीं है। अगर तेज बारिश भी होती है तो वह ज्यादा से ज्यादा डेढ़ इंच तक हो सकती है। अभी राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में एक्टिविटी हैं। इन सभी सिस्टम के कारण ही अगले 5 दिन तक हल्की बारिश होगी।
यह बारिश का अलर्ट
सोमवार को शाम से लेकर रात तक अगर, राजगढ़, शिवपुरी और श्योपुरकलां में हल्की से भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही नीमच, मंदसौर, देवास, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, गुना, छतरपुर, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली में भी हल्की से तेज बारिश हो सकती है। झाबुआ, इंदौर, धार, अशोकनगर, सीहोर, रायसेन, भोपाल, शहडोल, पन्ना, टीकमगढ़ और दमोह जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होगी।
12 जिले रेड जोन में
12 जिलों में सामान्य से 20% से कम पानी गिरा। धार, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, पन्ना, दमोह, कटनी, जबलपुर, सिवनी, हरदा, इंदौर और बालाघाट में लोगों को अच्छी बारिश होने का इंतजार है।