भोपाल. मध्य प्रदेश में मॉनसून मेहरबान है। 14 सितंबर को 52 जिलों में से 50 जिलों में बारिश हुई। 24 घंटों के दौरान सबसे ज्यादा हरदा में 4 इंच से ज्यादा पानी गिरा। सिवनी और होशंगाबाद में भी 3-3 इंच तक बारिश हो गई। भोपाल में एक इंच से ज्यादा और इंदौर में 1 इंच तक पानी गिर गया। पहली बार ऐसा हुआ, जब 52 में से 50 जिलों में पानी गिरा। इसके चलते तवा डैम, सतपुड़ा, चंदोरा और पारसोड़ा डैम के गेट खोलने पड़े।
3 जिलों में तेज पानी गिरेगा
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों 20 जिलों में बारिश होगी। अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट में तेज, जबकि सागर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, दमोह, नरसिंहपुर, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खरगोन, इंदौर, देवास, सीधी, छिंदवाड़ा, सिवनी और जबलपुर में में पानी गिरेगा।
बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम करा रहा बारिश
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण मध्यप्रदेश में मंगलवार (14 सितंबर) को करीब पूरी रात बारिश होती रही। तवा डैम का पानी आने की वजह से होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जलस्तर 937 फीट पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में अब तक 32 इंच पानी गिर चुका है। प्रदेश में सामान्य रूप से 34 इंच बारिश होती है।