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Bhopal. मध्य प्रदेश की राजनीति में गुना एनकाउंटर का मामला गरमाया हुआ है। 14 मई को गुना के आरोन में शिकारियों ने बचने के लिए पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आपात बैठक लेने और गृह नमंत्री नरोत्तम मिश्रा के आरोपियों से निपटने के सख्त निर्देशों के बाद हरकत में आए पुलिस-प्रशासन ने एनकाउंटर किया। आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया।
17 मई को मध्य प्रदेश सरकार में पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिसौदिया ने एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने आरोपी की गलत फोटो पोस्ट कर दी। फोटो में कथित आरोपी कांग्रेस नेता और विधायक जयवर्धन सिंह के बगल में खड़ा है। इसके बाद महेंद्र सिसौदिया, जयवर्धन सिंह और दिग्विजय सिंह के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गया। गलत फोटो पोस्ट किए जाने को लेकर महेंद्र से जब मीडिया ने प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने कहा कि अगर गलती से डल गया तो क्या हुआ?
ये बोले मंत्री
महेंद्र सिंह सिसौदिया ने कहा- मैं तो ये मांग कर रहा हूं कि जयवर्धन सिंह की कॉल डिटेल निकाली जाए। गुना वारदात के बाद जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कोशिशें शुरू की तो उनके (आरोपियों के) परिवारवालों ने बचाने के लिए जयवर्धन को फोन किया। इस कॉल डिटेल की जांच होनी चाहिए। भोपाल जाकर मैं ये करने वाला हूं। अगर सोशल मीडिया पर गलती से गलत फोटो डल गया तो क्या दिक्कत है। खरगोन हिंसा को लेकर दिग्विजय सिंह ने जो फोटो डाला था, वो क्या असली था? इन सवालों पर कि वन्य प्राणी मारे गए, अपराधी फायरिंग कर रहे हैं, सिसौदिया ने कहा कि कांग्रेस को अपने 15 महीने का शासन देखना चाहिए कि तब कितने दुष्कर्म हुए, कितनी डकैतियां पड़ीं। अपराध और अपराधी कभी खत्म नहीं होते। मैं गुना पुलिस को बधाई दूंगा कि उन्होंने मुस्तैदी से कार्रवाई की।
गुना मामले में शिकारी की गलत फोटो पोस्ट करने पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिसोदिया बोले। 'अगर गलती से फोटो पोस्ट हो गया तो क्या दिक्कत है'। खरगोन मामले में दिग्विजय सिंह ने जो फोटो ट्वीट किया था वो असली था क्या ?@ChouhanShivraj @Iamsisodia1 @JVSinghINC @digvijaya_28 pic.twitter.com/HcNd6OBxKV
— TheSootr (@TheSootr) May 17, 2022
महेंद्र सिंह सिसौदिया ने ये ट्वीट किए, जिसे दिग्विजय, जयवर्धन ने रीट्वीट किया
अब कहिए @JVSinghINC जी, "ये रिश्ता क्या कहलाता है'".जवाब दीजिये?
जिनके घर कांच के होते हैं उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। https://t.co/V5xl6H2Wdr pic.twitter.com/a3g3IU9hJy
— MahendraSSisodia (@Iamsisodia1) May 17, 2022
वाह जयवर्धन सिंह जी,
आपका फ़ोटो आ जाये तो सार्वजनिक कार्यक्रम,दूसरे का आजाये तो दावत।ये कैसा दोहरा मापदंड है आपका। https://t.co/BZUsaQLmxL
— MahendraSSisodia (@Iamsisodia1) May 17, 2022
इस चित्र के बारे में आप क्या करेंगे राजा साहब https://t.co/U2a1iYWMKY pic.twitter.com/4SG8sikM5c
— MahendraSSisodia (@Iamsisodia1) May 17, 2022
मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया की पोस्ट के जवाब में इमरान मंसूरी
मैं इमरान मंसूरी राघौगढ़ का निवासी हूं। महोदय (महेंद्र सिंह सिसौदिया) आपके द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला गया। जिसमें शिकारी शहजाद खान का फोटो है। बाबा साहब (जयवर्धन) के पीछे टैग करके एक फोटो और डाला है, जिसे आप शहजाद का फोटो बता रहे हैं, लेकिन वो फोटो मेरी है। जो भी व्यक्ति इस फोटो को देख रहा है, वो मुझे फोन कर रहा है। मेरे बारे में गलत अफवाहें फैल रही हैं। मेरा निवेदन है कि आप अपनी पोस्ट से उस फोटो को हटा दें। आपके द्वारा फोटो पोस्ट करने से मैं और मेरा परिवार बहुत परेशान हैं।
जयवर्धन सिंह की पोस्ट
माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी,
ग्रामीण विकास मंत्री ने इमरान मंसूरी को शिकारी बताकर उसका फ़ोटो पोस्ट किया है जबकि इमरान एक हुनहार युवा है उसका इस केस से कोई लेनदेंन नहीं है लेकिन मंत्री की झूठी अफवाह से उसका पूरा परिवार डरा हुआ है
दुखद है एक मंत्री अफवाह फैला रहा है। pic.twitter.com/6YE9OAtYVn
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) May 17, 2022
मा. मंत्री जी और भाजपाइयों ने जिस व्यक्ति को शिकारी मार्क किया है वो इमरान मंसूरी है जो साउंड सिस्टम का कार्य करता है। उसने नर्मदा परिक्रमा में पूरी मेहनत से कार्य किया था।
इस तरह बेगुनाह लोगो के फोटो को शिकारियों का फोटो बताना निंदनीय कार्य हैं। pic.twitter.com/C8Ad18n5tV
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) May 17, 2022
बीजेपी नेता पंकज चतुर्वेदी बोले
आदरणीय चचाजान, जल्दबाजी में फिर किया नुकसान। इस बार मेरे प्रिय भतीजे JV (जयवर्धन) को दांव पर लगा दिया। आपकी आज्ञा के चलते उन्होंने देखा ही नहीं कि क्या लिखा है, कौन से फोटो जारी किए हैं और काउंटर शुरू कर दिया। चचाजान, इन एनकाउंटर पर राजनीति मत कीजिए। हम आपसे जानना चाहते है कि पुलिसकर्मियों के हत्यारे शिकारियों के पक्ष में आप और आपकी पार्टी खड़ी क्यों नजर आ रही है? क्या कारण है कि जब भी किसी प्रकार का अपराधी, अराजकता होती है, दुष्कर्मी, दंगाई होता है तो उसके पक्ष में चचाजान खड़े नजर आते हैं। चचाजान, आप कब तक अपराध को धर्म के आधार पर बांटते रहेंगे। इस मध्य प्रदेश की पुलिस का सम्मान आपका भी दायित्व है।
17 मई को ये घटनाक्रम भी हुआ
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 17 मई की सुबह बताया कि गुना फायरिंग का आरोपी छोटू खान एनकाउंटर में मारा गया। इसके बाद एक अन्य छोटू खान का वीडियो वायरल हुआ, जिसने खुद को जिंदा बताया। कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा। बाद में गुना पुलिस ने साफ किया कि दोनों छोटू (एनकाउंटर में मारा गया और वीडियो वाला) अलग-अलग हैं।
ये है मामला
गुना के आरोन में बाइक पर सवार कुछ शिकारी जंगल में शिकार करने गए थे। पुलिस को जानकारी मिली तो उनका घेराव किया गया। खुद को घिरा देख आरोपियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक एसआई समेत 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। घटना से सरकार में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोपियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि 3 को एनकाउंटर में मार गिराया। 2 आरोपी फरार हैं। इनकी तलाश जारी है। इसके साथ ही पुलिस ने नौशाद खान के शव और राइफल को छिपाने के आरोप में उसके पिता के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
गुना पुलिस ने बताया सच
सोशल मीडिया पर चल रहे छोटू पठान के वीडियो के संबंध में गुना पुलिस ने स्थिति साफ की। कहा- 17 मई 2022 को सुबह हुई मुठभेड. के दौरान जवाबी फायरिंग में मारा गया बदमाश छोटू उर्फ जहीर खान (पुत्र जलील खान, उम्र 35 साल, निवासी शाढौरा, जिला अशोकनगर) है। सोशल मीडिया में चल रहे वीडियो में दिख रहा युवक भी छोटू पठान है जो राघौगढ़ की साडा कॉलोनी में रहने वाले शरीफ खान का बेटा है। दोनों युवक अलग-अलग हैं।