/sootr/media/post_banners/052ba0ae57a601786515303aa09488a783a25801b26c4fd0ef12d34fe9c631f2.jpeg)
Bhopal. सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने पंचायतों को विवाद रहित और सशक्त बनाने के उद्देश्य से समरस पंचायत (Samras Panchayat) का कॉनसेेप्ट दिया था। इसमें भी महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए सारे पदों पर महिलाओं के निर्विरोध निर्वाचन (election unopposed) पर खास जोर दिया गया है। समरस पंचायत के अपने कॉनसेप्ट को पूरा करने के लिए सीएम ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों और विधायकों को एक टास्क सौंपा था। मगर नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही अधिकांश मंत्री सीएम के टास्क में फिसड्डी नजर आ रहे हैं। कल से आजतक बमुश्किल आधा दर्जन मंत्री ही समरस पंचायतों को लेकर सक्रिय और उत्साहित रहे। हालांकि समरस पंचायतों को मिलने वाली सौगातों और मुख्यमंत्री की मौजूदगी की आस में गांव के लोगों ने जरूर जागरुकता दिखाई है।
वीडियो देखें
ये मंत्री दिख रहे उत्साहित
कमल पटेल : हरदा (Harda) से विधायक और कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) एक बार फिर सीएम चौहान के टास्क को पूरा करने में अव्वल रहे हैं। पटेल के गृह जिले हरदा में ग्राम पंचायत रुदलाई में कांता बाई सरपंच और 14 महिलाएं पंच के रूप में निर्विरोध चुने जाने के आसार बने हैं। हरदा की दूसरी ग्राम पंचायत खेड़ीनीमा में भी सरपंच और पंच महिलाएं चुनी गई है। यहां से सरपंच के लिए गीताबाई के साथ पंच के लिए भी एक—एक आवेदन ही आया है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत खुदिया में ग्रामीणों ने सरपंच पद के लिए युवा राहुल शाह का नामांकन सर्व सम्मति से भरा गया है। बम्हन गांव पंचायत में भी सरपंच के लिए केवल हीरालाल गौड़ का नामांकन मिला है। कृषि मंत्री पटेल ने वीडिया कॉलिंग के जरिए सभी उम्मीदवारों को चुनाव परिणाम की घोषणा के पहले ही सभी को निर्विरोध निर्वाचन के लिए बधाई भी दे दी है।
रामकिशोर कांवरे : आयुष म़ंत्री रामकिशोर कांवरे (Ayush Minister Ram Makishore Kavre) के गृह जिले बालाघाट (Balaghat) में ग्राम पंचायत बघोली में सरपंच के लिए पुष्पा बाहेश्वर, उप सरपंच मोहेश्वरी खांपरे के साथ ही पंच के 15 पदों के लिए भी महिलाओं के एक-एक नामांकन ही जमा हुए हैं। राज्यमंत्री कांवरे ने इन सभी उम्मीदवारों का स्वागत कर समरस पंचायत बनाने पर बधाई भी दे दी है।
मीना सिंह मांडवे : जनजातीय कार्य विभाग की मंत्री मीना सिंह (Tribal Affairs Minister Meena Singh) के उमरिया जिले की बिरसिंहपुर पाली जनपद की चौरी ग्राम पंचायत भी समरस पंचायत बनने वालों की सूची में शामिल हो सकती है। यहां से सरंपच के लिए द्वारिका प्रसाद सिंह, उप सरपंच बॉबी सिंह के अलावा पंच के 10 पदों के लिए एक—एक नामांकन ही भरा गया है। मंत्री सिंह ने सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध विजेता मानते हुए स्वागत भी कर दिया है।
गोविंद सिंह राजपूत : परिवहन मंत्री गोंविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी की मोकुलपुर पंचायत भी समरत पंचायत के रूप में सामने आई है। यहां भी सरपंच सहित सारे पंच निर्विरोध घोषित हो सकते हैं। यहां सभी पदों के लिए एक-एक नामांकन ही जमा हुआ है।
10 जून को साफ होगी तस्वीर
पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आज प्रमाण पत्रों और उम्मीदवारों द्वारा भरे गए पर्चे की छानबीन होना है। जबकि 10 जून तक नाम वापसी का दिन है। नाम वापसी के बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। इसके साथ ही निर्विरोध निर्वाचित होने वाली पंचायतों का फाइनल आंकड़ा राज्य निर्वाचन कार्यालय घोषित कर सकता है। फिलहाल हर जिले के नामांकन देखकर ही पंचायतों में उत्सव मनना शुरू हो गया है।
इन पंचायतों ने अपनाई समरसता
जिला |
सागर |
- मोहलीमाता
- इसबती कवरेती
12 सभी महिलाएं
-
-
इन म़ंत्रियों के क्षेत्रों में सन्नाटा
डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जगदीश देवड़ा, गोपाल भार्गव, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, डॉ. प्रभुराम चौधरी, प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, महेंद्र सिंह सिसौदिया, यशोधरा राजे सिंधिया, उषा ठाकुर, मोहन यादव, अरविंद भदौरिया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, प्रेमसिंह पटेल, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, ओमप्रकाश सखलेचा, भारत सिंह कुशवाह, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, ब्रजेंद्र यादव, राम खिलावन पटेल। इन सभी के विधानसभा क्षेत्रों के अलावा जिलों में भी अभी तक समरस पंचायतों की आमद नहीं हो सकी है।
सीएम ने यह दिया था टास्क
चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही जिलेवार समीक्षा करते हुए सीएम चौहान ने बैठक में सभी म़ंत्रियों को समरस पंचायत का टास्क दिया था। सीएम ने कहा था कि सभी मंत्री और विधायक अपने क्षेत्रों में कुछ समरस पंचायत बनाने की पहल करें, जहां निर्विरोध निर्वाचन हो। आप सभी देखें कि कुछ पंचायत समरस पंचायत घोषित हों। ऐसी पंचायतों को हम प्राथमिकता के आधार पर गरीब कल्याण की योजनाओं को शत प्रतिशत सैचुरेट करने के प्रयास करेंगे।
ऐसे चुनी जाएंगी समरस पंचायत
समरस पंचायत से आशय है, सभी लोगों की सहमति से निर्विरोध रूप से सरपंच और पंच का चुनाव हो। इन जगहों पर कोई चुनाव नहीं होगा। इसे समरस पंचायत कहा जाएगा। ऐसे पंचायतों को राज्य सरकार अलग से प्रोत्साहन राशि देगी। सरकार ने पंचायतों और उनके विकास की दृष्टि से आदर्श ग्राम पंचायतों के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कार की घोषणाएं की हैं। ऐसी ग्राम पंचायतें, जहां निर्विरोध निर्वाचन और सर्वसम्मति से चुनाव संपन्न होंगे, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
समरस पंचायत को ये मिलेंगी सौगात
- किसी भी पंचायत में सरपंच का निर्वाचन निर्विरोध रूप से किया जाता है तो उस पंचायत को 5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
बे-टिकिट पंचायत चुनाव में मिला फार्मूले का तोड़
बीजेपी द्वारा चुनावों में टिकट के लिए बनाए गए तमाम फार्मूले भी पंचायत चुनाव में तहस—नहस होते नजर आए हैं। भाजपा के दिग्गजों ने जहां अपने पुत्र—पुत्रियों की पंचायतों के जरिए एक्टिव पॉलिटिक्स में एंट्री करा दी है। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों, रिश्तेदारों, परिचितों को भी पंचायतों के जरिए सक्रिय कर दिया है। इनमें पूर्व सीएम उमा भारती, वन मंत्री विजय शाह, विधायक राहुल लोधी, निवाड़ी विधायक अनिल जैन, टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी के अलावा पूर्व विधायक ममता मीना शामिल हैं। सुश्री भारती के भतीजे विधायक राहुल लोधी व विधायक जैन ने अपनी पत्नी, विधायक गिरी की दो बहनों ने नामांकन भरा है। वहीं पूर्व एमएलए स्व. जुगल किशोर बागरी के पुत्र पुष्पराज ने भी नामांकन भरा है तो पूर्व विधायक ममता मीना और उनके पति रिटायर्ड आईपीएस पति ने भी पर्चा दाखिल कर पार्टी के नियम को चुनौती दी है।