नई दिल्ली/भोपाल. देश के कई हिस्सों में मॉनसून (Monsoon) एक्टिव है। दिल्ली में 10 सितंबर (शुक्रवार) रात से 11 सितंबर (शनिवार) सुबह तक पानी गिरा। राजधानी में बारिश ने 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शनिवार तक दिल्ली में 1100 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 2003 में 1050 मिमी बारिश हुई थी। यह रिकॉर्ड (Record) भी इस साल टूट गया। दिल्ली में 1975 में 1150 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।वहीं, मध्य प्रदेश (MP) में भी बदरा (Clouds) छाए हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र (Low Pressure Ares) के कारण अगले 24 घंटे में प्रदेश के 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान 10 जिलों में 1 से लेकर 3 इंच तक पानी गिरा। हालांकि अभी भी बुंदेलखंड, महाकौशल और विंध्य क्षेत्र में हालत ठीक नहीं हैं।
दिल्ली में ऐसी रही बारिश
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट परिसर में भी बारिश का पानी भर गया। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए। एयरपोर्ट परिसर के अलावा रनवे पर भी पानी भर गया और पार्किंग एरिया में खड़े प्लेन्स के पहिए डूबे दिखे। एक इंटरनेशनल और 4 घरेलू फ्लाइट्स को जयपुर और अहमदाबाद एयरपोर्ट डायवर्ट किया गया। PWD के अधिकारियों का कहना है कि जिन इलाकों में पानी भरने की समस्या सामने आई, वहां मशीनों के जरिए पानी निकाला जा रहा है।
मप्र में कैसी बारिश?
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक, अभी बारिश की एक्टिविटी (Activity) 14 सितंबर तक इसी तरह रहेगी। इस दौरान ज्यादातर इलाकों में तेज बारिश और बूंदाबांदी होगी। अब तक प्रदेश में 32 इंच से थोड़ी ज्यादा बारिश हो चुकी है। अब सामान्य बारिश का कोटा पूरा करने के लिए करीब 2 इंच बारिश की दरकार है।
यहां भारी बारिश की संभावना
मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों में अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सीहोर, झाबुआ, शाजापुर, मंदसौर, नीमच और गुना जिलों में 3 से लेकर 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
यहां हल्की बारिश
शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर व चंबल संभागों और नीमच, मंदसौर, इंदौर, सतना और सागर में हल्की से मध्यम बारिश और गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इसके अलावा अन्य इलाकों में बादल छाने से लेकर बूंदाबांदी हो सकती है।