हिमांशु अग्रवाल. छतरपुर। यहां एक रेप केस के बाद बवाल बढ़ता जा रहा है। 27 फरवरी को ओबीसी महासभा (obc mahasabha) ने छतरपुर में विरोध प्रदर्शन किया। यहां पूरे प्रदेश से महासभा के कार्यकर्ता शामिल हुए। हजारों की संख्या में इकठ्ठा होकर कार्यकर्ताओं ने रेप केस की FIR पर खात्मा लगाने की मांग की। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा (vd sharma) के खिलाफ नारेबाजी की। संगठन के पदाधिकारियों ने खुले मंच से वीडी शर्मा पर षड्यंत्र रचने के आरोप लगाए।
शहर में निकाली रैली: पहले संगठन के लोगों ने मेला ग्राउंड में सभा की। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने शहर भर में रैली निकाली। कार्यकर्ताओं के हाथों में पोस्टर थे, इनमें लिखा था मैं भी नंदकुमार फर्जी मुकदमा वापिस लो। मैं भी कृष्ण कुमार फर्जी मुकदमा वापिस लो, मैं भी देवी लाल मुकदमा वापिस लो। कार्यकर्ताओं ने वीडी शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाए। ओबीसी महासभा का आरोप है कि वीडी शर्मा ने दवाब बनाया, इसके चलते ये फर्जी मुकदमा दर्ज हुआ। संगठन के लोगों ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपकर एफआईआर पर खात्मा लगाने की मांग की। साथ ही प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।
ये है पूरा मामला: 19 फरवरी को एक महिला ने ब्रह्मेश्वर धाम के पुजारी लवलेश तिवारी पर रेप का आरोप लगाया। लवलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, बाद में छोड़ भी दिया गया। 20 फरवरी को नया मामला सामने आया। जिस महिला ने लवलेश पर रेप का आरोप लगाया था, उसके पति देवी पटेल पर अन्य महिला ने दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया। देवी पटेल के साथ ही ओबीसी महासभा छतरपुर जिला अध्यक्ष कृष्णा कुमार पटेल और ओबीसी युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव नरेन्द्र पटेल को भी इस रेप केस में आरोपी बनाया गया।
अपने पदाधिकारी पर आरोप लगते देख ओबीसी महासभा ने जमकर विरोध जताया। इतना ही नहीं, बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस मामले में ओबीसी महासभा लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। इधर, मध्य प्रदेश में सरकार ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर जूझ रही है। मामला हाईकोर्ट में है। इसके चलते पंचायत चुनाव भी नहीं हो पाए। अब ओबीसी महासभा द्वारा बीजेपी के खिलाफ आंदोलन करना पार्टी के लिए महंगा साबित हो सकता है।
छतरपुर में रेप केस गर्माया, OBC महासभा की वीडी शर्मा को तू-तड़ाक शैली में चुनौती