Bhopal. मध्यप्रदेश के कॉलेजों में शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए 17 मई से ऑनलाइन एडमिशन शुरू होंगे। एडमिशन प्रोसेस में कुछ बदलाव किए गए हैं। अब एडमिशन के लिए टीसी और माइग्रेशन सर्टिफिकेट अनिवार्य नहीं होंगे। वहीं CBSE के स्टूडेंट टर्म-वन एग्जाम के आधार पर कॉलेजों में एडमिशन ले सकेंगे।
— TheSootr (@TheSootr) May 11, 2022
सत्र 2022-23 ई-प्रवेश प्रक्रिया में हुए अहम बदलाव
- एडमिशन प्रोसेस एक राउंड और 3 CLC के जरिए संचालित होगी।
स्टूडेंट्स अधिकतम 15 कॉलेजों का चयन कर सकते हैं।
आवेदक के स्कैन डॉक्यूमेंट्स के आधार पर हेल्प सेंटर पर ऑनलाइन सत्यापन होगा।
आवेदकों के दस्तावेजों में कमी होने पर उन्हें फोन और SMS के जरिए सूचना दी जाएगी। समय सीमा में कॉलेज जाकर सत्यापन कराना होगा।
स्टूडेंट्स को टीसी और माइग्रेशन सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य नहीं होगा। किसी अन्य संस्थान में प्रवेश नहीं लेने का वचन पत्र देना होगा।
अपग्रेडेशन के लिए ऑनलाइन शुल्क जमा करना होगा और सहमति और असहमति व्यक्त करनी होगी।
अपग्रेडेशन के बाद 3 दिनों में ऑनलाइन शुल्क जमा करना होगा।
CLC चरण में पूरी प्रोसेस कॉलेज लेवल पर ऑनलाइन संचालित होगी।
प्रवेश रद्द करने के लिए ऑनलाइन आवेदन पेश करना होगा। कॉलेज 100 रुपए की प्रोसेसिंग फीस काटकर बाकी राशि 10 दिनों में आवेदक के खाते में भेजेगा।
अल्पसंख्यक महाविद्यालयों को भी ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में शामिल किया गया है।
CBSE के स्टूडेंट टर्म-वन एग्जाम के आधार पर कॉलेजों में एडमिशन ले सकेंगे।
अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में अपग्रेडेशन की प्रक्रिया लागू रहेगी।
खेलकूद, कला संस्कृति, NCC, NSS, रेडक्रॉस आदि से संबंधित आवेदकों के लिए हर कॉलेज में 5-5 सीटें बढ़ाकर आउटराइट एडमिशन का प्रावधान किया गया है।
जिन आवेदकों के परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए हैं उनके दो सालों के परीक्षा परिणाम के नंबरों के आधार पर मेरिट बनेगी।
आवेदकों से किसी भी तरह के दस्तावेज की फोटो कॉपी कॉलेज लेवल पर नहीं ली जाएगी।