ग्वालियर. यहां के डबरा के पास खेड़ी रायमल गांव में लोग मुखाग्नि देने के लिए नदी तैर कर जाते है। श्मशान घाट जाने के लिए लोगों (people)को नदी (river) को पार करना पड़ता है। गांव के लोग बताते है कि जहां श्मशान घाट बना है, वहां जाने का ये इकलौता रास्ता (roads) है। इसका घटना का वीडियो (video) भी सामने आया है।
श्मशान जाने के लिए एकलौता रास्ता
मॉनसून (monsoon) और ठंड के कुछ महीने यहां पर पानी भरा रहता है। गर्मी (summer) में पानी सूख जाता है तो रास्ता (road) नजर आता है। गांव (village) से बाहर आने जाने के लिए कई रास्ते हैं, पर श्मशान जाने के लिए सिर्फ यही रास्ता है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह से मदद मांगी
गांव में 400 परिवार (family) रहते हैं। कोई न कोई घटना, दुर्घटना होती रहती है। लोगों ने प्रशासन से कई बार गुहार लगाई लेकिन, प्रशासन की तरफ से कोई मदद (help) नहीं मिली। गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री (central minister) नरेंद्र सिंह तोमर से भी मदद मांगी थी, लेकिन आज तक मदद नहीं पहुंची।