Bhopal. द सूत्र की खबर का असर हुआ है। इटारसी की फिजा में जहर घोल रहे माल गोदाम को लेकर रेल राज्य मंत्री ने रिपोर्ट मांगी है। वहीं मध्यप्रदेश पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी पीसीबी ने रेलवे अधिकारियों को 5 सितंबर को तलब किया है। बता दें कि इटारसी में सालों से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की गाइडलाइन को दरकिनार कर रेलवे इटारसी जंक्शन से सटाकर माल गोदाम संचालित कर रहा है। यहां सीमेंट और फर्टीलाइजर की लोडिंग अनलोडिंग होने से भूमि, जल और वायु प्रदूषित हो रही है। जिससे यहां रहने वाले आसपास के करीब 25 हजार से ज्यादा की आबादी के स्वास्थ से सालों से खिलवाड़ हो रहा था। द सूत्र ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पूरे मामले की पड़ताल की और भूमि, जल और वायु प्रदूषण को नापकर पूरे मामले को एक्सपोज किया। साथ ही द सूत्र ने अपनी सामाजिक सरोकार की जिम्मेदारी निभाते हुए पूरे मामले का लगातार फालोअप किया। नतीजा रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने मामले में संज्ञान लेकर पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक जबलपुर से रिपोर्ट तलब की है। लेटर में स्थानीय सांसद रावउदय प्रताप और पीसीबी के पत्रों का भी हवाला दिया गया है। वहीं पीसीबी ने जिम्मेदार रेल अधिकारियों को 5 सितंबर को तलब किया है।
जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर पीसीबी सख्त
इटारसी माल गोदाम पर अनाज, डीओसी सहित सीमेंट और फर्टीलाइजर की रैक भी आती है। सबसे ज्यादा दिक्कत सीमेंट और फर्टीलाइजर की रैक से ही है, क्योंकि इसके लोडिंग अनलोडिंग से ही सबसे ज्यादा वायु और भूमि प्रदूषण हो रहा है। इस समस्या को लेकर रेलवे ने जवाब दिया कि सीमेंट—फर्टिलाइजर आदि की लोडिंग अनलोडिंग वैकल्पिक रूप से अन्य नजदीकी मालगोदाम में किए जाने के लिए माल परिवहन करने वाली पार्टियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही माल गोदाम को जुझारपुर स्थानांतरित करने की डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया अभी चल रही है। पीसीबी के मेंबर सेकेटरी एए मिश्रा ने कहा कि रेलवे को दोबारा नोटिस भेजा जा रहा है और 5 सितंबर को संबंधित रेल अधिकारियों को पीसीबी भोपाल मुख्यालय बुलाया जा रहा है। रेलवे की कार्य योजना में समय सीमा भी निर्धारित नहीं है। ऐसे में इटारसी शहर के हजारों लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। इसलिए इटारसी के बीच शहर से फर्टिलाइजर व सीमेंट लोडिंग अनलोडिंग कार्य नहीं किया जा सकता।
द सूत्र की मुहीम के बाद कब क्या हुआ...
13 जुलाई : सांसद रावउदय प्रताप सिंह ने रेल महाप्रबंधक को पत्र लिखकर लोगों की समस्याओं का हवाला देते हुए माल गोदाम शिफ्ट करने को कहा।
14 जुलाई : पीसीबी ने इटारसी रेलवे स्टेशन मास्टर को पत्र लिखकर मामले का संज्ञान लिया।
23 जुलाई : पीसीबी मंडीदीप से एक टीम इटारसी पहुंची और रेल माल गोदाम के आसपास से पानी और मिट्टी के सेंपल लिए।
28 जुलाई : सेंपल रिपोर्ट आने के बाद पीसीबी ने रेलवे जीएम जबलपुर और डीआरएम भोपाल को नोटिस जारी किया। 15 दिन में जवाब नहीं देने पर पर्यावरण को क्षति पहुंचाने के एवज में जुर्माना लगाने की बात कही।
5 व 23 अगस्त : 5 अगस्त को रेलवे ने अपना जवाब पीसीबी को प्रस्तुत किया। 23 अगस्त को एक रेलवे की एक टीम अपना पक्ष रखने पीसीबी के मंडीदीप दफ्तर भी पहुंची।
बाउंड्रीवाल बनना शुरू, स्प्रिंकलर भी लगेंगे
द सूत्र की मुहीम का बड़ा असर हुआ है। इटारसी माल गोदाम परिसर की बाउंड्रीवॉल और पाइप लाइन का कार्य स्वीकृत किया जा चुका है। इसमें चारदीवारी का निर्माण, पाइप लाइन तथा स्प्रिंकलर उपलब्ध कराना शामिल है। माल गोदाम और मेन रोड के बीच दीवार बनाए जाने का काम चल रहा है। इसके अलावा इटारसी गुड सेड में 300 केएलडी छमता का एसटीपी/ईटीपी उपलब्ध कराने का कार्य स्वीकृत हो गया है। जल्द ही निविदा आमंत्रित की जाएगी। वहीं ग्रीन बेल्ट के कार्य का प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए जबलपुर मुख्यालय भेज दिया गया है। परिसर की साफ सफाई के लिए स्थानीय पर्यवेक्षकों को निर्देश जारी किए गए हैं।