भोपाल। देश में कोरोना (corona) की तीसरी लहर (third wave) आने की संभावना बढ़ती ही जा रही है। जिसके चलते राज्य सरकार (state government) ने अहतियातन कदम उठाने शुरु कर दिए। प्रदेश में आज रात से ही नाइट कर्फ्यू (night curfew) लागू कर दिया गया है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य सुविधाएं भी चाक चौबंध किए जाने का दावा किया जा रहा है। गांधी मेडिकल कॉलेज (gandhi medical college) के डीन डॉ. अरविंद राय (Dean Dr. Arvind Rai) ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में जो गलतियां हुई, उन्हें दोहराया नहीं जाएगा। लिहाजा कोविड डेडिकेटेड बेड, स्वास्थ्य सुविधाओं (Health Facilities) और जरूरी दवाओं के स्टॉक में इजाफा किया गया है।
बच्चों के लिए 92 बेड तैयार
कोरोना के नया वेरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैलता है। लिहाजा कोविड डेडिकेटेड बेड की संख्या बढ़ाई गई है। हमीदिया अस्पताल में 792 और रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी डिसीज (टीबी हॉस्पिटल) 120 मरीजों को भर्ती करने की तैयारी है। डीन डॉ. अरविंद राय (Dean Dr. Arvind Rai) ने बताया कि इनमें से 400 बेड आईसीयू/एचडीयू हैं। 120 बेड पर ऑक्सिजन की व्यवस्था है। वहीं कोरोना के नए वेरिएंट से बच्चें भी संक्रमित हो सकते है। इसलिए आईसीयू पीडियाट्रिक (ICU Pediatric) के 92 बेड आरक्षित किए गए है। नई बिल्डिंग के ब्लॉक 2 कोविड ब्लॉक बनाया गया है।
नॉन कोविड मरीज नहीं होंगे परेशान- अधीक्षक
हमीदिया हॉस्पिटल (Hamidia Hospital) के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर की तरह इस बार नॉन कोविड मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। ब्लॉक 2 में ही कोरोना के मरीज भर्ती रहेंगे। अन्य बिल्डिंगों में दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज होगा। वहीं डीन डॉ. अरविंद राय ने ये भी बताया कि फिलहाल भोपाल (Bhopal) में ओमिक्रॉन का कोई मरीज नहीं मिला है। दिसंबर में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 50 सैंपल दिल्ली भेजे गए थे। अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। ओमिक्रॉन की पुष्टि होती तो स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के अधिकारी मेडिकल कॉलेज को सूचित करते।
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